लोक निर्माण विभाग में 200 करोड़ का गड़बड़झाला
हिमाचल प्रदेश के 52 मंडलों में बरती अनियमितताएं, अपात्रों को दे दिए गए करोड़ों रुपये के ठेके। इस घपले में 11 अधिकारियों को विभागीय जांच से गुजरना पड़ रहा है।
शिमला, रमेश सिंगटा। लोक निर्माण विभाग में अधिकारियों ने अपात्रों को करोड़ों रुपये के ठेकों की रेवड़ियां बांटी। विभाग में करीब 200 करोड़ रुपये का गड़बड़झाला सामने आया है। इस घपले में 11 अधिकारियों को विभागीय जांच से गुजरना पड़ रहा है। अब एसई, एक्सईएन व एसडीओ रैंक के अधिकारी नपेंगे। इस मामले में 11 अधिकारी चार्जशीट किए गए, जबकि 13 को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। जांच अधिकारी जल्द तैनात होंगे। 'दैनिक जागरण' ने सूचना के अधिकार के तहत ली जानकारी में इसका खुलासा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक जांच में 52 मंडलों में अनियमितताएं सामने आई हैं। आरोप है कि अधिकारियों ने नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं। छोटे ठेकेदारों के हिस्से के ठेके ए और बी क्लास के ठेकदारों को दे दिए, जबकि ये इन ठेकों के आवंटन के लिए पात्र ही नहीं थे। मामला 2016-17 का है। हाईकोर्ट के निर्देश पर सरकार अब कार्रवाई कर रही है। एनलिस्टमेंट रूल के मुताबिक ए और बी क्लास के ठेकेदार डी क्लास के ठेके नहीं ले सकते हैं। ए क्लास के ठेके दार 80 लाख से नीचे, बी क्लास के ठेकेदार 30 लाख रुपये से नीचे के ठेके नहीं ले सकते हैं।
इन्हें जारी हुए कारण बताओ नोटिस एक्सईएन अनिल परमार, विकास सूद, जेएस ठाकुर, भागमल ठाकुर, आरके वर्मा, विपिन कुमार शर्मा, नंद लाल चौहान (अब सेवानिवृत्त), महेश राणा, हिमांशु विष्ट, मनीष सहगल, राजीव शर्मा, वीके भारद्वाज, जितेंद्र कुमार को सरकार ने कारण बताओ नोटिस थमाए हैं। ये किए गए चार्जशीट अनिल कुमार संगरेई तत्कालीन एसई कुल्लू, भागमल ठाकुर एक्सईएन एनएच मंडल जोगेंद्रनगर, मनीष कुमार एक्सईएन हमीरपुर जोन, अनिल परमार एक्सईएन पंडोह, जितेंद्र कुमार एक्सईएन मंडी, हिमांशु बिष्ट एक्सईएन बंजार, जगतार सिंह ठाकुर एक्सईएन जवाली, एसई विपिन शर्मा।
वहीं आरके वर्मा पहले एक्सईएन जुब्बल थे। बाद में मंडल तीन शिमला में आए। कंपीटेंट अथॉरिटी ने पाया कि इस अधिकारी के छह कार्यो में ही नियमों का उल्लंघन किया। सरकार का आरोप है कि 47 कार्यो में अवहेलना तत्कालीन एक्सईएन जुब्बल विपन शर्मा ने की। इस कारण वर्मा को चार्जशीट करने की अनुमति नहीं दी गई। उन्हें केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। इन अफसरों की चार्जशीट ड्रॉप एनएन शर्मा, एक्सईएन गोहर अब रिटायर, विकास सूद, एक्सईएन पालमपुर, वीके भारद्वाज, एक्सईएन काजा, महेश राणा, एक्सईएन सरकारघाट के खिलाफ सरकार ने चार्जशीट ड्रॉप कर दी है।
किसने क्या किया
नंद लाल चौहान ने दो कार्य नियमों के खिलाफ आवंटित किए। इस कारण उन्हें कारण बताओ नोटिस थमाया गया। तर्क दिया गया कि जो कार्य बड़े ठेकेदार को दिया, उसे सिरे चढ़ाने में छोटा ठेकेदार समक्ष नहीं था। इस कारण इनके प्रति सरकार ने नरम रूख अपनाया और कार्रवाई ड्रॉप की। वीके शर्मा ने चार ठेके गलत तरीके से बांटे। अपने जवाब में उन्होंने बताया कि ये कार्य स्पीति में स्नो बाउंड एरिया में दिए गए। उन्होंने माफी मांग ली। इसके अलावा जुब्बल कोटखाई के तत्कालीन एसडीओ के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है।
इस मामले में पहले सात अधिकारी चार्जशीट हुए थे। अब चार और अधिकारी चार्जशीट हुए हैं। इनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। अभी कोई निलंबित नहीं हुआ है।
वीरेंद्र चौहान, रजिस्ट्रार, लोक निर्माण विभाग