वित्त विभाग ने लौटाई पीईटी व डीएम के रिक्त पद भरने की फाइल
अनिल ठाकुर शिमला राज्य के सरकारी स्कूलों में पीईटी और डीएम (ड्राइंग मास्टर) के रिक्त
जागरण संवाददाता, शिमला : राज्य के सरकारी स्कूलों में पीईटी और डीएम (ड्राइंग मास्टर) के रिक्त पदों को भरने का मामला एक बार फिर ठंडे बस्ते में पड़ गया है। शिक्षा विभाग ने दोनों ही कैटेगरी के 500-500 पदों को भरने का प्रस्ताव तैयार कर वित्त विभाग को मंजूरी के लिए भेजा था। वित्त विभाग ने इस पर आपत्ति लगाकर इसकी फाइल शिक्षा विभाग को लौटा दी है। विभाग ने इसमें पूछा है कि ये पद क्यों इतने समय से रिक्त हैं। विभाग यह भी जानकारी दें कि किन-किन स्कूलों में इन शिक्षकों को तैनात किया जाना है। शिक्षा विभाग इस माह इसकी मंजूरी लेकर प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में था ताकि नए सत्र तक स्कूलों में शिक्षकों के पदों को भरा जा सके। वित्त विभाग की आपत्ति के बाद बेरोजगार शिक्षकों को भर्ती के लिए अब और इंतजार करना पड़ेगा।
इसलिए रूकी थी भर्ती प्रक्रिया
शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) का हवाला देते हुए प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने 100 से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले मिडिल स्कूलों में रिक्त कला और शारीरिक शिक्षकों के पद नहीं भरने का फैसला लिया है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इन शिक्षकों के रिक्त पदों को स्टेंडिग पूल में शामिल किया था। प्रदेश के 2250 स्कूलों में करीब एक हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। सिर्फ 27 मिडिल स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 100 से अधिक है। बेरोजगार शिक्षक संघ इस मसले पर कोर्ट भी गया था।
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पीईटी और डीएम के पदों को भरने के लिए वित्त विभाग की मंजूरी मांगी गई थी। वित्त विभाग ने इसकी फाइल वापस भेजकर कुछ और क्लेरिफिकेशन मांगी है। जल्द ही सारी जानकारी वित्त विभाग को भेज दी जाएगी ताकि भर्तियां शुरू की जा सकें।
राजीव शर्मा, सचिव शिक्षा।