ड्राई स्पैल की मार, वातावरण में नमी के कारण लोगों को हो रहा है ये रोग
शिमला में शुष्क त्वचा के कारण लोगों को एक्जिमा की समस्या हो रही है रोजाना काफी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं।
शिमला, रामेश्वरी ठाकुर। राजधानी शिमला में सर्दी की दस्तक के साथ अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। सर्दी से जुड़ी बीमारियों की चपेट में लोग आ रहे हैं। सर्दियों में ड्राई स्किन यानी शुष्क त्वचा के कारण खारिश बढ़ जाती है। इससे एक्जिमा नामक त्वचा रोग हो रहा है। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) की स्किन ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस बीमारी से पीड़ित रोजाना 25 से 30 मरीज पहुंच रहे हैं। वातावरण में ह्यूमिडिटी न होने की वजह से ड्राइनेस बढ़ रही है। इसके कारण त्वचा में खारिश की समस्या पैदा हो रही है।
इसके अलावा दिवाली के दिन हुई आतिशबाजी के कारण वातावरण में फैली धूल व प्रदूषण के कण लोगों की त्वचा पर बुरा प्रभाव डाल रहे हैं। त्वचा रोग विशेषज्ञों का मानना है कि पटाखों में इस्तेमाल किए गए खतरनाक रसायनों से हाथ, मुंह और पैर में खुजली होने जैसे परिणाम सामने आ रहे हैं। वहीं घर के पालतू जानवरों की रूसी एक्जिमा का कारण बन रही है।
एक्जिमा रोग के लक्षण
इसमें त्वचा पर छोटे-छोटे दाने निकलने शुरू होते हैं जोकि लाल रंग में बदलने लगते हैं और इनमें खुजली होती रहती है। खुजलाने से जलन होती है फिर ये दाग के रूप में त्वचा में फैलने लगता है। अगर सारे शरीर में एक्जिमा होता है तो रोगी को बुखार भी आ सकता है।
आनुवांशिक हो सकती है एक्जिमा की बीमारी
आइजीएमसी शिमला की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रजनी शर्मा का कहना है कि एक्जिमा आनुवांशिक बीमारी हो सकती है। अगर यह बीमारी किसी व्यक्ति को है तो इसका असर उसकी संतान पर भी नजर आ सकता है। जीन में परिवर्तन होने से भी एक्जिमा की समस्या हो सकती है। कभी-कभी कपड़े, साबुन, परफ्यूम और रसायनयुक्त वस्तुओं को इस्तेमाल करने से जलन होने लगती हैं। बाद में इससे एक्जिमा हो सकता है।
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ऐसे करें बचाव
अपनी त्वचा का ख्याल रखें। रोज नहाएं। सॉफ्ट कपड़े पहनें। त्वचा शुष्क है तो मॉश्चराइजर का रोजाना इस्तेमाल करें। संतुलित और साफ-सफाई से बनाया गया भोजन करना चाहिए। केले, हरी सब्जियां, अंकुरित चीजें ज्यादा खाएं। यदि किसी चीज से एलर्जी है, तो नजदीकी अस्पताल में डॉक्टर से जांच करवाएं। इसके अलावा खूब पानी पीएं। पर्याप्त आराम करें। गर्म कपड़े पहनकर रहें। बाहर निकलें तो आंख और नाक अच्छी तरह ढंक कर रखें। खुद को प्रदूषण से बचाएं।
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