गेयटी में भोगवाद व अध्यात्मवाद का द्वंद्व
हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान व नाट्य रंगमंडल की ओर से गेयटी ि
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान व नाट्य रंगमंडल की ओर से गेयटी थियेटर में बोधायन द्वारा रचित भगवदज्जुकय नाटक का मंचन किया गया। नाटक में भोगवाद और अध्यात्मवाद का द्वंद्व दिखाया गया है। शरीर के माध्यम से सांसारिक सुख-दुख का भोग करने वाली कर्मत्या और अध्यात्मिक आनंद की प्राप्ति के लिए ज्ञान मार्ग का अनुसरण करने वाली आत्मा का बड़ा ही सुंदर वैचारिक द्वंद्व दर्शाया है, जिसमें गुरु अपने शिष्य को जीवन का वास्तविक ज्ञान देने के लिए प्रवेश लीला रचते हैं। मुख्य पात्र की भूमिका में मनोज, प्रियंका, शानवी, रूबी व सुमन, वर्षा, पल्लवी, दामिनी, मनीषा, गुंजन व संगीत पूजा, अभिनव, शैलेंद्र तथा वाद्य यंत्र पर नागेंद्र, बीरी सिंह व कमल दीप व प्रस्तुति प्रबंधक सीमा शर्मा द्वारा किया गया। प्रकाश व्यवस्था अशोक द्वारा की गई।