दिल्ली-मुंबई की तर्ज पर हिमाचल में बनेंगे डे बोर्डिंग स्कूल, 50 बीघे में बने स्कूल देंगे प्राइवेट को टक्कर
Shimla News राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल सुविधाओं व पढ़ाई के मामले में निजी स्कूलों को टक्कर देंगे। स्कूल 50 बीघा जमीन पर बनेगा। स्कूलों में पढ़ने के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। इनमें स्वीमिंग पूल बाटेनिकल गार्डन इनडोर स्टेडियम भी बनाया जाएगा।
शिमला, जागरण संवाददाता। राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल सुविधाओं व पढ़ाई के मामले में निजी स्कूलों को टक्कर देंगे। स्कूल 50 बीघा जमीन पर बनेगा। स्कूलों में पढ़ने के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। इनमें स्वीमिंग पूल, बाटेनिकल गार्डन, इनडोर स्टेडियम भी बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पिछले सप्ताह शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक की थी। ये स्कूल दिल्ली व मुंबई जैसे महानगरों के स्कूलों की तर्ज पर बनेंगे। छुट्टी होने के बाद कुछ घंटे तक बच्चे स्कूल में ही रहकर होमवर्क कर सकेंगे।
होमवर्क के अलावा बच्चे खेल भी खेल सकेंगे। स्कूलों में अंग्रेजी व हिंदी माध्यमों में पढ़ाई करवाई जाएगी। मेस (खाने) की व्यवस्था भी होगी। खेलकूद के लिए मैदान भी होगा।
डे बोर्डिंग बनाने की प्रक्रिया शुरू
उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा- राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों को बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। भवन बनाने के लिए वास्तुकार से करार करने के लिए आवेदन मांगा है। यह माडल तैयार करेगा। पूरे प्रदेश में डे बोर्डिंग स्कूलों के भवन एक जैसे होंगे।
यह सुविधा भी होगी
कालेज में बड़ा खेल मैदान बनेगा। इसके अलावा हर्बल व बाटेनिकल गार्डन, स्वीमिंग पूल, रिसेप्शन हाल, इनडोर गेम्स के लिए अलग स्टेडियम होगा। रेन हारवेस्टिंग टैंक और वाटर स्टोरेज टैंक, प्रधानाचार्य के आवास के अलावा चौकीदार के लिए भी अलग आवास होगा। हिमाचल में पहली बार यह प्रयोग हिमाचल के सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या लगातार कम हो रही है। बच्चे निजी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं। सरकार ने पूर्व में नर्सरी व केजी कक्षाएं शुरू की थीं, जिसके बाद सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़े थे। अब पहली बार इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है।
स्कूल में बनेंगे चार ब्लाक
डे बोर्डिंग स्कूल में चार ब्लाक बनाए जाएंगे। ब्लाक ए में प्रशासनिक भवन होगा। इसमें प्रधानाचार्य का कार्यालय होगा। इसके अलावा स्टाफ रूम, स्टोर रूम, एनएसएस रूम, स्पोर्ट्स रूम, फीस काउंटर व स्काउट्स एंड गाइड्स का कार्यालय होगा। पूरे कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे जिसका कंट्रोल रूम भी यहीं बनाया जाएगा।
ब्लाक बी में यह होगा
ब्लाक बी में नर्सरी, केजी से लेकर पांचवीं तक की कक्षाओं के लिए क्लासरूम होंगे। नर्सरी व केजी में कमरों का आकार तय है। इसमें 40 बच्चों के बैठने की क्षमता होगी। एक से पांच तक 60 बच्चों के बैठने की सुविधा होगी। इस ब्लाक में मेस, किचन, म्यूजिक रूम, मिक्स प्ले ग्रुप रूम, स्टाफ रूम होगा। प्ले रूम हर ब्लाक में होगा।
ब्लाक सी में लाइब्रेरी भी बनेगी
ब्लाक सी में छठी से आठवीं तक के बच्चों के कमरे बनेंगे। प्रत्येक कक्षा में 60 बच्चे बैठेंगे। इसमें स्टाफ रूम, आइटी रूम के अलावा पुस्तकालय व खेल मैदान भी होगा। ब्लाक डी में यह होगा ब्लाक डी में नवमीं से 12वीं तक के बच्चों के कमरे होंगे। इसमें फिजिक्स लैब, क्लास रूम, केमिस्ट्री लैब, म्यूजिक रूम व स्टूडियो, कामन रूम, फर्स्ट एड रूम और एक्जिब्यूशन हाल की सुविधा होगी।