भूस्खलन का मलबा बस स्टैंड तक पहुंचा, ढाई लाख का नुकसान
बीते दिनों हुई भारी बरसात के दौरान नेरवा स्थित विश्राम गृह के समीप होने वाले भूस्खलन का मलबा पेड़ और चट्टानें आने से बस स्टैंड की वर्षा शालिका का शेड पीने के पानी की टंकी और पाइप लाइन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। चीफ इंस्पेक्टर नेरवा डिपो रतन शर्मा ने बताया कि भूस्खलन का मलबा बस स्टैंड में आने से निगम का करीब अढ़ाई लाख रुपये का नुकसान हो चुका है।
संवाद सूत्र, नेरवा : नेरवा स्थित विश्राम गृह के समीप बीते दिनों हुई बारिश के दौरान हुए भूस्खलन का मलबा, पेड़ और चट्टानें आने से बस स्टैंड की वर्षाशालिका का शेड, पानी की टंकी और पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। चीफ इंस्पेक्टर नेरवा डिपो रतन शर्मा ने बताया कि भूस्खलन का मलबा बस स्टैंड में आने से निगम को करीब ढाई लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। मलबे से बस स्टैंड को जाने वाली सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है। इस वजह से इस पर बसें चलाना मुश्किल हो रहा है। यात्रियों के बैठने की जगह और पीने के पानी की पाइपें और टंकी के क्षतिग्रस्त होने से बस स्टैंड में आने वाले यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सबसे अधिक दिक्कत मरीजों, महिलाओं और बच्चों को झेलनी पड़ रही है। इस भूस्खलन से गिर रहे पत्थरों से बस स्टैंड में हादसे का खतरा भी पैदा हो गया है। इस बस स्टैंड से नेरवा डिपो के 92 रूटों के आलावा निजी व अन्य डिपुओं की दर्जनों बसें चलती हैं। स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि बस स्टैंड में वर्षाशालिका का निर्माण शीघ्र करवाया जाए व यहां पेयजल की भी व्यवस्था की जाए।