Move to Jagran APP

जिला में अब तक बारिश से आठ करोड़ का नुकसान

जागरण संवाददाता, शिमला : भारी बरसात से जिला शिमला में अब तक करीब आठ करोड़ रुपये का नुक

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Aug 2017 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 09 Aug 2017 03:01 AM (IST)
जिला में अब तक बारिश से आठ करोड़ का नुकसान
जिला में अब तक बारिश से आठ करोड़ का नुकसान

जागरण संवाददाता, शिमला : भारी बरसात से जिला शिमला में अब तक करीब आठ करोड़ रुपये का नुकसान हो गया है। लोक निर्माण विभाग की सड़कों और आइपीएच विभाग की पेयजल योजनाओं को नुकसान हुआ है। वहीं, घरों और गोशालाओं को नुकसान की रिपोर्ट भी राजस्व विभाग को मिली है। मकानों पर पेड़ गिरने के कारण मकानों को नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिसमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है।

loksabha election banner

जिला आपदा प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला में अब तक छह लोगों की जान गई है जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल होकर अस्पतालों में दाखिल हैं। तीन गोशालाएं भी बारिश के कारण जिला में ध्वस्त हो गई है। पांच पक्के मकानों को क्षति पहुंची है, जबकि 25 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए। एक घराट भी पानी के साथ बह गया है। 12 गोशालाएं जिलाभर में क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसके अलावा जिला में करीब साढ़े चार करोड़ रुपये का नुकसान लोक निर्माण विभाग को बारिश के कारण झेलना पड़ा है। राष्ट्रीय मार्गो को जिला में करीब दो करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा कृषि बागवानी क्षेत्र में भी जिला भर में भारी नुकसान लोगों को झेलना पड़ा है। 10 लाख रुपये का नुकसान अकेले रोहडू उपमंडल में कृषि में पहुंचा है, जबकि बागवानी को 41 लाख रुपये का नुकसान पहुंचा है।

जिला में अभी बारिश का क्रम जारी है, जिससे कई भवनों पर खतरा मंडरा रहा है। लोगों ने ऐसे घरों को खाली कर दिया है। मौसम विभाग की माने तो जिला शिमला में 15 अगस्त तक बारिश का क्रम जारी रहेगा। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे नुकसान का यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। मौसम विभाग की इस चेतावनी ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.