एक्शन प्लान पर एक्शन में पुलिस विभाग
राज्य ब्यूरो, शिमला : पुलिस विभाग ने 100 दिनों के एक्शन प्लान को लागू करने के लिए कार्य शुरू
राज्य ब्यूरो, शिमला : पुलिस विभाग ने 100 दिनों के एक्शन प्लान को लागू करने के लिए कार्य शुरू कर दिया है। पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने निर्देश जारी किए हैं कि सभी विभागों से सबसे पहले लक्ष्य हासिल हो। विभाग को हर हाल में नंबर वन बनने व इसके लिए पूरी ताकत झोंकने के निर्देश दिए गए हैं।
एडिशनल एसपी व डीएसपी को भी खास हिदायतें दी गई हैं। इनमें कहा गया है कि वे आपराधिक मामलों की पहले से बेहतर निगरानी करें। 100 दिनों के एक्शन प्लान में अन्वेषण व अभियोजन की गुणवत्ता सुधारने पर फोकस किया गया है। इन दोनों की गुणवत्ता बढ़ेगी तो फिर सजा की दर में इजाफा होगा। जांच अधिकारियों को जांच में वैज्ञानिक तौर तरीके अपनाने होंगे। आरोपियों के साथ थर्ड डिग्री टॉर्चर नहीं चलेगा। गुड़िया केस के आरोपियों के मामले में पुलिस इसका पहले ही गंभीर खामियाजा भुगत चुकी है। पुलिस के टॉर्चर से ही आरोपी सूरज की पुलिस हिरासत में हत्या हो गई थी। इस मामले में सीबीआइ निलंबित आइजी, एसपी, डीएसपी समेत नौ अधिकारियों व कर्मियों पर कानूनी शिकंजा कस चुकी है। नए निर्देश के तहत नशीले पदार्थो की तस्करी करने वालों के सोर्स पर पुलिस को चोट करनी होगी। खासकर चरस के मामलों में बड़े सौदागरों पर सख्त कार्रवाई करनी होगी। आरोपियों की संपत्ति तक को अटैच किया जा सकता है। इसके लिए वित्तीय जांच पर जोर रहेगा। पुलिस दो सप्ताह में ही ऐसे 71 से अधिक केस दर्ज कर चुकी है। वहीं, पुलिस को एल्को सैंसर व डोपलर जैसे उपकरण जल्द मिलेंगे। शराब पीकर और तेज गति से वाहन चलाने वालों का पुलिस लगातार चालान कर रही है। सड़क हादसों की रोकथाम के लिए पुलिस कई कदम उठा रही है।