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नई पौध को कंटीली राह से बचा रही खाकी

रमेश सिंगटा, शिमला हिमाचल में खाकी (पुलिस) नई पौध को कंटीली राह यानी नशे से बचा रही

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 06:54 PM (IST)Updated: Mon, 10 Dec 2018 06:54 PM (IST)
नई पौध को कंटीली राह से बचा रही खाकी
नई पौध को कंटीली राह से बचा रही खाकी

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल में खाकी (पुलिस) नई पौध को कंटीली राह यानी नशे से बचा रही है। बच्चों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए पुलिस ने प्रदेशभर में अभियान चलाया है। नशा नासूर न बने, इसके लिए 1700 स्कूलों में जागरूकता की अलख जगाई जा रही है। अढ़ाई लाख बच्चों को नशा मुक्ति का पाठ पढ़ाया और यह सिलसिला अभी जारी रहेगा। हिमाचल की जवानी खासकर चिट्टे के चंगुल के फंसती जा रही है। इसे इसके चंगुल से बाहर निकालने के लिए जमीनी स्तर पर प्रयास हो रहे हैं।

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बच्चे करेंगे नशा न करने की जिद

बच्चे खुद भी नशे से दूर रहेंगे और अपने मां-बाप से नशा न करने की जिद करेंगे। मुख्यमंत्री ने भी अपील की है कि बच्चे अपने मा-बाप के लिए न तो हुक्का भरें और न ही ठेके से शराब लाएं।

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थाने में गठित नशा निवारण कमेटियां

हर थाने में नशा निवारण कमेटिया गठित हो गई हैं। इसमें जन भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है। थाना प्रभारी को इनका मुखिया बनाया गया है। इससे पुलिस को नशा करने वालों के बारे में इंटेजीलेंस इनपुट और बेहतर तरीके से मिल सकेगा। इसके आधा पर नशे का कारोबार चलाने वालों की खैर नहीं होगी।

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10 माह में दर्ज किए 1130 केस

प्रदेश में नारकोटिक्स एंड साइकोट्रोपिक सब्स्टांस एक्ट यानी एनडीपीएस के तहत 10 माह के भीतर ही 1130 केस दर्ज किए गए। इन संगीन जुर्म के आरोप में 1461 आरोपितों की गिरफ्तारी की गई। इनमें विदेशी मूल के नागरिक भी शामिल है।

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नशे पर सख्त सरकार

प्रदेश सरकार मादक द्रव्य पदार्थो की तस्करी को लेकर काफी सख्त है। अब सरकार इस पर विधानसभा में विधेयक लाएगी। इसे कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। इसके प्रस्ताव के अनुसार मादक द्रव्य पदार्थो की मात्रा बेशक कम हो, तब भी आरोपित की जमानत नहीं हो पाएगी। उसे जेल जाना ही होगा। छोटी मात्रा में अभी जमानत हो जाती है।

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नशे के खिलाफ पुलिस कानूनन सख्त कार्रवाई कर रही है। तभी 10 माह के भीतर 1130 केस दर्ज किए गए। वहीं जागरूकता अभियान भी चलाया गया है। इसके बेहतर नतीजे सामने आ रहे हैं। स्कूलों में इसे फोकस किया गया है। कानून को और सख्त बनाया जाएगा।

-एसआर मरडी, डीजीपी, हिमाचल प्रदेश।

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गांवों में अभी कई जगहों पर मां-बाप बच्चों से हुक्का भरवाते हैं। उनके माध्यम से शराब मंगवाते हैं। अब ऐसा नहीं चलेगा। बच्चे न खुद नशा करेंगे और न ही वे अभिभावकों की मांग पूरी करेंगे। सरकार जागरूकता को जन आंदोलन बनाएगी।

-जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश।


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