चौपाल में फिर गरमाई कांग्रेस की राजनीति
कांग्रेस की कमान हालीलाज के पास दोबारा आने के बाद चौपाल में कांग्रेस की
क्षितिज सूद, नेरवा
कांग्रेस की कमान हालीलाज के पास दोबारा आने के बाद चौपाल में कांग्रेस की राजनीति फिर से गरमा गई है। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष के नजदीकी होने के चलते रजनीश किमटा को टक्कर देना हालीलाज के नजदीकी माने जाने वाले सुभाष मंगलेट के लिए चुनौती बनी थी, लेकिन अब हाईकमान ने फिर से हालीलाज को सत्ता सौंपी है।
इसी कड़ी में डा. सुभाष मंगलेट ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सांसद प्रतिभा सिंह व उनके पुत्र शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह के साथ मुलाकात की। इसके बाद से क्षेत्र कांग्रेस के दोनों धड़े सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस आलाकमान द्वारा प्रदेश में बीते दिनों किए फेरबदल के बाद चौपाल कांग्रेस में एकाएक समीकरण बदलने के कयास लगाए जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर कुलदीप सिंह राठौर की ताजपोशी के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्तमान संगठन महासचिव रजनीश किमटा मजबूत माने जा रहे थे। प्रदेश कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक व प्रभारी राजीव शुक्ला से रजनीश किमटा की नजदीकियां भी जगजाहिर हैं। कुलदीप राठौर के प्रदेशाध्यक्ष पद पर काबिज होने के बाद कुछ वर्षों में रजनीश किमटा और मंगलेट के गुट के बीच में पदों को लिए जंग चली रही। इसमें मंगलेट गुट के नेताओं को झटका भी लगा था। अब फिर से इन नेताओं के हाथ में कमान आने की उम्मीद से इस गुट के नेताओं की सक्रियता क्षेत्र में बढ़ गई है।
पार्टी में अपनी अनदेखी के चलते चौपाल के पूर्व विधायक डा. सुभाष मंगलेट लंबे समय से लोगों के बीच में थे, लेकिन कांग्रेस से दूर थे, राजनीतिक गलियारों में भी उनके कोप भवन में जाने की चर्चा रही। प्रतिभा सिंह के प्रदेशाध्यक्ष, मुकेश अग्निहोत्री के नेता प्रतिपक्ष पद पर दोबारा नियुक्ति व सुखविदर सिंह सुक्खू प्रदेश कांग्रेस प्रचार प्रसार कमेटी का अध्यक्ष बने हैं। डा. सुभाष मंगलेट की वीरभद्र सिंह परिवार, मुकेश अग्निहोत्री, सुखविदर सिंह सुक्खू सभी से नजदीकी रही है। है। अब सत्ता परिवर्तन के बाद पिछले एक महीने से डा. सुभाष मंगलेट दोबारा सक्रिय हो गए हैं। वह लगातार चौपाल के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर अपने समर्थकों एवं आम जनता से मिलकर जनता की नब्ज टटोल रहे हैं।