नशे के खिलाफ पटेल व राहुल से दिल्ली में मिलेंगे रामलाल
उड़ता पंजाब के बाद उसी दिशा में बढ़ रहे प्रदेश के युवाओं को नशे की गृत से बचाने के लिए हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राम लाल ठाकुर राहुल गांधी व अहमद पटेल को मिलने के लिए दिल्ली जाएंगे। इस मामले को लेकर राम लाल पहले एक बार कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर चर्चा कर चुके हैं। अब नई दिल्ली में पहले 16 दिसंबर को अहमद पटेल से और उसके बाद अगले दिन 17 दिसंबर को राहुल गांधी से चर्चा करेंगे।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल के युवाओं को नशे से बचाने के लिए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामलाल ठाकुर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने नई दिल्ली जाएंगे। रामलाल इस मामले में राहुल गांधी से एक बार पहले भी चर्चा कर चुके हैं।
रामलाल ठाकुर नई दिल्ली में 16 दिसंबर को अहमद पटेल से और 17 दिसंबर को राहुल गांधी से चर्चा करेंगे। कांग्रेस हिमाचल में जल्द सरकार विरोधी आंदोलन करने की तैयारी में है। पार्टी युवा कांग्रेस और एनएसयूआइ के माध्यम से पूरे उत्तर भारत में नशे के खिलाफ अभियान चलाना चाहती है। इस अभियान में राहुल गांधी ने पूरी मदद का भरोसा दिया है। राहुल गांधी चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश से इस अभियान की शुरुआत हो। ऐसे में यहां कितने शिक्षण संस्थान हैं, उनकी सूची तैयार की गई है। प्रदेश के युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए समाज के कई वर्गों के लोग आगे आने के लिए तैयार हैं। सदन में नशाखोरी के खिलाफ मांगी चर्चा
रामलाल ठाकुर ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में नशाखोरी के खिलाफ चर्चा मांगी है। नियम 130 के तहत उन्होंने नोटिस दिया है जिसमें वह सरकार के प्रयासों के संबंध में जानना चाहते हैं। प्रदेश में इन दिनों चिट्टा बरामद होने के कई मामले सामने आ रहे हैं। राजधानी शिमला भी इससे अछूती नहीं है। जब राजधानी में युवा इस नशे के साथ पकड़े जा रहे हैं तो ग्रामीण क्षेत्रों में क्या हालत होगी? रामलाल ठाकुर का मानना है कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों को नशे को रोकने के अभियान में आगे आना चाहिए। मोदी व शाह को पत्र
रामलाल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। इसमें नशे से छुटकारा दिलाने के लिए नशामुक्ति केंद्र खोलने की मांग रखी है। प्रदेश में नशा कम होने की बजाए बढ़ता जा रहा है।