यह कैसी व्यवस्था, वेतन के साथ पेंशन भी
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) प्रबंधन एक कंडक्टर पर इतना मेहरबान है कि उसे वेतन व पेंशन एक साथ दे रहा है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) में व्यवस्था का आलम यह है कि एक कंडक्टर कई साल से वेतन के साथ पेंशन भी ले रहा है। ऐसा एक या दो महीने से नहीं बल्कि कई साल से हो रहा है। इस भूल की तरफ आज तक किसी का ध्यान नहीं गया है। इस मामले से अधिकारी अनभिज्ञ हैं।
बिलासपुर डिपो में कार्यरत कंडक्टर सुरेश कुमार हेराफेरी के आरोप में पकड़ा गया था। विभागीय जांच में वह दोषी पाया गया। मेजर पेनल्टी के तौर पर सरकार ने उसे वर्ष 1999 में नौकरी से जबरन सेवानिवृत्त कर दिया। सोलह वर्षो बाद पूर्व कांग्रेस सरकार ने उसे नौकरी में बहाल कर दिया। तब से उसकी पेंशन बंद नहीं हुई। नियमानुसार पेंशन बंद हो जानी चाहिए थी। एचआरटीसी में करीब छह हजार पेंशनधारक हैं। उन्हें समय पर पेंशन नहीं मिल रही है। वहीं, एक कंडक्टर को वेतन के साथ पेंशन भी मिल रही है। ध्यान में नहीं मामला
मेरे ध्यान में मामला नहीं है। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक (बिलासपुर) बेहतर बता पाएंगे।
डॉ. नवीन कपलस, डीएम प्रशासन, एचआरटीसी नहीं है जानकारी
मैं यहां पिछले साल आया था। मुझे जानकारी नहीं है कि कोई कंडक्टर वेतन व पेंशन दोनों साथ ले रहा हो।
पवन कुमार शर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक, बिलासपुर वर्ष 2015 में बंद होनी चाहिए थी पेंशन
कंडक्टर सुरेश कुमार वेतन व पेंशन एक साथ प्राप्त कर रहा है। वर्ष 2015 में पेंशन बंद हो जानी चाहिए थी। हम इस केस को राज्य मुख्यालय भेजेंगे। जो भी निर्देश आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
सोहन लाल, अधीक्षक, बिलासपुर आरएम कार्यालय