मोसुल में मारे गए युवकों के परिजनों को चार-चार लाख देने की घोषणा
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पीडि़त परिवारों के सदस्यों के साथ बातचीत की और संवेदना व्यक्त की।
शिमला, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को इराक के मोसुल में आइएस आतंकियों द्वारा अगवा कर मारे गए प्रदेश के चार युवकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। उन्होंने फोन पर प्रभावित परिवारों के सदस्यों से बात की भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है। इन युवकों में तीन कांगड़ा जिले व एक मंडी जिले से संबंधित था।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पीडि़त परिवारों के सदस्यों के साथ बातचीत की और संवेदना व्यक्त की। उन्होंने जिला कांगड़ा के धर्मशाला के निकट पासू गांव के अमन के बड़े भाई रमन, लंज के इंद्रजीत सिंह के पिता परदेसी राम, फतेहपुर के संदीप कुमार के पिता दिलावर सिंह व मंडी की बायला पंचायत के हेमराज के पिता बेलीराम से बातचीत की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अगवा युवकों को खोजने तथा जीवित लाने के लिए हरसंभव प्रयास किए। सभी युवा परिवार के सदस्यों को बेहतर जीवन प्रदान करने के लिए आजीविका कमाने विदेश गए थे।
जयराम और नड्डा ने फोन पर बंधाया ढांढस्
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इराक में मारे गए कांगड़ा के तीन युवकों के परिजनों से फोन पर बात कर ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि शव जल्द से जल्द परिजनों तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे। वहीं, परिजनों के अनुसार शव पहुंचने में अभी आठ दिन और लग सकते हैं।
देहरा हलके की पंचायत भटेहड़ के गांव कदरेटी के इंद्रजीत के परिजनों से सीएम व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बात की। उन्होंने इंद्रजीत की मां सलोचना व पिता परदेसी राम से बात कर कहा कि सरकार हरसंभव सहायता मुहैया करवाएगी। इससे पहले डीसी कांगड़ा संदीप कुमार ने भी बात की। तहसीलदार विजय कुमार ने परदेसी राम के घर पहुंचकर ढांढस बंधाया है। इंद्रजीत की मां सलोचना देवी बुधवार को बार-बार यह पूछती रही कि बेटा कब आएगा।
उधर, जयराम ठाकुर व जेपी नड्डा ने धमेटा निवासी संदीप के परिजनों व धर्मशाला के पासू गांव के अमन की मां बीना देवी व पिता रमेश चंद से बात की और हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया। संदीप के जीजा बलवान ने बताया कि दोपहर दो बजे केंद्रीय मंत्री और साढ़े तीन बजे मुख्यमंत्री ने फोन कर परिवार का हालचाल जाना। वहीं, प्रभावित परिवारों को अभी तक प्रशासन की ओर से कोई भी राशि नहीं दी गई है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाए।