जल्द साफ होगा मंडी में हवाई अड्डे के निर्माण का रास्ता
मंडी जिले के नागचला में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण की आपत्तियां जल्द दूर होंगी
राज्य ब्यूरो, शिमला : मंडी जिले के नागचला में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण से जुड़ी स्वीकृतियां केंद्र सरकार जल्द प्रदान करेगी। यह भरोसा केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने दिया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को दिल्ली में मंत्री से मुलाकात की। उन्होंने मंडी जिले में हवाई अड्डे के निर्माण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने इसका सर्वेक्षण करवाने के लिए सुरेश प्रभु का आभार जताया।
जयराम ठाकुर ने बताया कि नागचला में 700 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है। इसमें 640 एकड़ निजी जबकि 60 एकड़ सरकारी भूमि है। उन्होंने कहा कि मंडी प्रदेश का केंद्र बिंदु है। सामरिक दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण स्थान है। अभी तक पठानकोट व चंडीगढ़ में ही सेना के हवाई अड्डे हैं। अब मंडी में हवाई अड्डा बनने से सुरक्षाबलों को भी सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने सुरेश प्रभु से हवाई अड्डा निर्माण कि लिए शीघ्र स्वीकृतिया प्रदान करने का आग्रह किया। उड़ान-2 योजना जल्द शुरू करने का आग्रह
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में उड़ान-2 योजना जल्द आरंभ करने के लिए सहायता प्रदान करने का आग्रह किया। इससे हवाई कनेक्टिविटी सुदृढ़ हो सकेगी। पर्यटक सस्ती दर व सुविधाजनक तरीके से और अधिक संख्या में प्रदेश में पहुंच सकेंगे। शिमला हवाई अड्डे का हो विस्तार
जयराम ने शिमला हवाई अड्डे के विस्तार का भी आग्रह किया। वहीं केंद्रीय मंत्री ने उठाए गए मुद्दों पर राज्य के लिए हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक कारवाई करने के निर्देश दिए। बद्दी से रेललाइन पर मंथन
वहीं शिमला में अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अनिल खाची ने चंडीगढ़ से बद्दी रेलवे लाइन बिछाने के बारे में बैठक की। यह बैठक वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई। इसमें मुआवजे का समाधान खोजने के निर्देश दिए गए। केंद्र इसके लिए 288 करोड़ की धनराशि दे चुकी है, जबकि राज्य ने भी 83 करोड़ जारी किए हैं।