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चांशल में बादल फटा, चोटियों पर बर्फबारी

रविवार को प्रदेश में कई स्थानों पर भारी बारिश के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। शिमला जिला के रोहड़ू के चिड़गांव के तहत खरशाली में बादल फटने से चार पुल और 200 सेब के पेड़ और बागीचा बह गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Sep 2019 09:50 PM (IST)Updated: Mon, 02 Sep 2019 06:48 AM (IST)
चांशल में बादल फटा, चोटियों पर बर्फबारी
चांशल में बादल फटा, चोटियों पर बर्फबारी

जागरण टीम, शिमला/मनाली : हिमाचल में रविवार को कई स्थानों पर भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शिमला जिले के रोहड़ू उपमंडल की चांशल घाटी में शनिवार रात बादल फटा। इससे महिला मंडल भवन क्षतिग्रस्त हो गया। इस भवन में गडसारी की प्राथमिक पाठशाला चल रही थी। बादल फटने से चांशल घाटी के आसपास के गांवों में सेब के दो बगीचों में करीब 200 पौधे बर्बाद हो गए। तीन पैदल पुल भी बाढ़ में बह गए।

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शिमला के लालपानी में भूस्खलन हो गया। इस कारण राष्ट्रीय राजमार्ग शिमला-रामपुर बाधित हो गया। इससे सेब से भरे ट्रक व जीपें वहां फंस गई। पुलिस ने यातायात को वाया पुराना बस अड्डा भेजा। इससे समूचे शहर में यातायात जाम की समस्या हो गई। करीब ढाई घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित रहा। इसके अलावा न्यू शिमला में भूस्खलन से चार मंजिला भवन को खतरा पैदा हो गया है। वहीं, कुल्लू व लाहुल स्पीति की चोटियों पर रविवार को बर्फबारी हुई। रोहतांग सहित बारालाचा, शिकुला जोत, कुंजंम जोत, छोटा व बड़ा शिघरी ग्लेशियर, लेडी ऑफ केलांग व नील कंठ की पहाड़ियों पर हुई बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रही लेकिन जगह-जगह पत्थर व मलबा गिरा। प्रदेश में बारिश के कारण अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। बारिश से हुए भूस्खलन के कारण प्रदेश में करीब 80 सड़कें बंद रहीं। प्रदेश में इस बार बरसात से अब तक हुए नुकसान का आंकड़ा 1150 करोड़ रुपये को पार कर गया है। लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक 574 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को 306 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने दो सितंबर को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। कहां कितनी हुई बारिश

शिमला,27

मनाली,10

धर्मशाला,08

कांगड़ा,06

(बारिश मिलीमीटर में)


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