क्रिसमस के लिए तैयार है पहाड़ों की रानी शिमला
राजधानी के बाजारों में भी क्रिसमस की धूम अब नजर आने लगी है। क्रिसमस के लिए क्रिसमस ट्री और आकर्षक सांता क्लॉज उपलब्ध हैं।
शिमला, जागरण संवाददाता। क्रिसमस के लिए अभी पांच दिन का समय है, लेकिन राजधानी में इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। शिमला के कैथोलिक चर्च में क्रिसमस के लिए बुधवार को प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
इसके अलावा विशेष शोभा यात्रा भी निकाली गई। इस दौरान समुदाय के बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। सांता क्लाज ने बाजार में गिफ्ट बांटे और लोगों को क्रिसमस और नव वर्ष की बधाई दी। शोभा यात्रा कैथोलिक चर्च से शुरू होकर लोअर बाजार होते हुए शेर-ए-पंजाब पहुंची। इस दौरान अनुयायियों ने प्रभु यीशु को याद किया। बच्चों ने केरल सांग गाकर खूब समा बांधा।
विशेष प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। क्रिश्चन एसोसिएशन शिमला के सदस्य जितिन अबरोल ने कहा कि क्रिसमस के लिए हर वर्ष चर्च में कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर भी चर्च में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रार्थना सभा के साथ क्रिसमस ट्री की सजावट कर प्रभु यीशु के विचारों से लोगों को अवगत करवाया जाएगा।
राजधानी के बाजारों में भी क्रिसमस की धूम अब नजर आने लगी है। क्रिसमस के लिए क्रिसमस ट्री और आकर्षक सांता क्लॉज उपलब्ध हैं। इसमें रंगबिरंगे सांता क्लाज और आकर्षक क्रिसमस ट्री 200 से 500 रुपये के दाम पर उपलब्ध हैं। इसकी ओर स्कूली बच्चों का झुकाव ज्यादा है।
स्कूलों के अंतिम दिनों में क्रिसमस की धूम है, जिसके लिए आए दिन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए सांता क्लाज और क्रिसमस ट्री की मांग राजधानी में इन दिनों है। लोअर बाजार में फैंसी स्टोर के मालिक रमेश अरोड़ा ने बताया कि ज्यादातर स्कूली बच्चों में क्रिसमस ट्री की मांग है और रंग बिरंगे सांता क्लाज और अन्य उपहारों में की तरफ भी बच्चे आकर्षित हो रहे हैं।
कैथोलिक चर्च में होगा विशेष कार्यक्रम
क्रिश्चन एसोसिएशन शिमला के सदस्य जितिन अबरोल ने बताया कि राजधानी में स्थित कैथोलिक चर्च में क्रिसमस पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। विशेष प्रार्थना सभा के दौरान पादरी लोगों को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस जीवन का प्रयोग हमें समाजसेवा और जरूरतमंदों की मदद के लिए करना चाहिए तभी हमारा जीवन सफल हो पाएगा। खुशी को आम जनता की खुशी के तौर पर मनाए इसी उद्देश्य से शिमला में केरल मार्च का आयोजन किया गया था।
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