करोड़ों की ठगी मामले में सीबीआइ की शिमला में नौ जगह छापामारी
आरोपितों ने 26 लाख से अधिक शेयर 1032 रुपये की दर से बेचे। इस पर आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। शेयर की बिक्री से संबंधित 137 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में सीबीआइ ने मुंबई, ग्वालियर समेत शिमला में भी आरोपितों के नौ ठिकानों पर छापामारी की है। इस दौरान कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं। हालांकि मामला मुंबई का है लेकिन इसके तार शिमला से भी जुड़े हुए हैं। सीबीआइ के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरके गौड़ ने शिमला में छापामारी की पुष्टि की है।
देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी के मुताबिक मुंबई की प्राइवेट कोमोडिटी एक्सचेंज और दो प्राइवेट कंपनियों के कर्ताधर्ताओं ने फॉरवर्ड मार्केट कमीशन के अधिकारियों के साथ मिलकर शेयर की ब्रिकी में गड़बड़झाला किया। उन्होंने करीब 137 करोड़ की ठगी की और गैरकानूनी तरीके से शेयर रिटेन किए। ऐसा वर्ष 2012 तक हुआ। आरोपितों ने 26 लाख से अधिक शेयर 1032 रुपये की दर से बेचे। इस पर आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
ये हैं आरोपित
-जगदीश शाह, तत्कालीन एमडी, एमसीएक्स
-मैसर्ज फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड
-मैसर्ज मल्टी कोमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड
-डॉ. केवल राम, तत्कालीन अध्यक्ष, फारवर्ड मार्केट कमीशन
-आनंद कुमार भट्ट, तत्कालीन अध्यक्ष
- राजीव कुमार अग्रवाल, तत्कालीन अध्यक्ष
-जोसेफ मस्सी, तत्कालीन डिप्टी एमडी, एमसीएक्स
- विशाल नैयर, तत्कालीन डिप्टी एमडी
-भीमराव रेभोले, वरिष्ठ अनुसंधान सहायक, मुंबई '
-उजाला थाथरी, एसआरए, एफएमसी, मुंबई
और अन्य अज्ञात व्यक्ति
ठगी के मामले में आरोपितों के नौ आवासीय ठिकानों व कार्यालयों में सर्च रेड की गई है। यह रेड मुंबई, ग्वालियर और शिमला में की गई है। इसे लेकर नियमित केस दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच में तेजी लाई जाएगी। आरोपितों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र रचने, ठगी और भ्रष्टाचार निवारण कानून 1988 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
-आरके गौड़, प्रवक्ता, सीबीआइ मुख्यालय