15 अगस्त को काला दिवस मनाएंगे व्यापारी
प्रदेश व्यापार मंडल ने कहा, अगर 10 दिन में अन्य राज्यों की तर्ज पर प्रदेश से भी बैरियर नहीं हटाए तो व्यापारी हर बैरियर पर प्रदर्शन करेंगे।
पालमपुर, जागरण संवाददाता। 15 अगस्त को प्रदेश के व्यापारी काले दिवस के रूप में मनाएंगे। यह फैसला रविवार को प्रदेश व्यापार मंडल की जिला कांगड़ा की बैठक में लिया गया। इस दौरान जीएसटी में व्यापारियों के लिए तय किए गए 10 लाख और 50 लाख रुपये के टर्नओवर पर चर्चा की गई। कहा गया कि प्रदेश सरकार ने इसे मान्यता देकर व्यापारियों से धोखा दिया है। प्रदेश व्यापार मंडल ने कहा, अगर 10 दिन में अन्य राज्यों की तर्ज पर प्रदेश से भी बैरियर नहीं हटाए तो व्यापारी हर बैरियर पर प्रदर्शन करेंगे।
पालमपुर में रविवार को बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुमेश शर्मा ने कहा कि देश में एक समान कर प्रणाली लागू कर दी गई है, लेकिन हिमाचल सरकार ने अपने ही नियम अभी तक लागू कर रखे हैं । अन्य प्रदेशों में 20 लाख की टर्नओवर तक जीएसटी नंबर लेना अनिवार्य नहीं है और 75 लाख तक कंपोजिट प्रणाली के तहत एक प्रतिशत कर दिया जा सकता है, लेकिन हिमाचल के साथ भेदभाव किया जा रहा है। यहां 20 लाख की बजाए 10 लाख और 75 लाख की बजाए 50 लाख की सीमाएं तय की गई हैं।
पहली जुलाई से देश के 17 राज्यों ने टोल टैक्स बैरियर हटा दिए हैं, लेकिन प्रदेश सरकार आज तक इन्हें नहीं हटा पाई है। साथ ही अभी तक अवैध तरीके से मार्केट फीस ली जा रही है। अभी तक हिमाचल में वैट 26 ए डिक्लेरेशन फार्म का प्रचलन भी कायम है। उन्होंने मांग की कि हिमाचल सरकार व्यापारिक कल्याण कोष का गठन करे और व्यापारियों के लिए सामूहिक बीमा योजना तैयार की जाए। साथ ही उन्होंने व्यापारियों को अवैतनिक कर्मचारी घोषित करने की मांग की।
इस मौके पर पालमपुर व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेंद्र सूद, महासचिव गीतेश, संजीव सोनी, प्रदेश व्यापार मंडल के चीफ पैटर्न सोहन लाल गुप्ता, महासचिव राकेश कैलाश, राजिंद्र सिन्हा, सरजीवन शर्मा, नवदीप बिट्टू, आरके गुप्ता, अमृत पाल, मुल्ख राज मेहता, वेद प्रकाश शर्मा, अमरनाथ शर्मा, प्रवीण गौतम सहित जवाली, जसूर, नूरपुर, बैजनाथ, पपरोला व उपमंडल पालमपुर से कई व्यापारी उपस्थित हुए।
यह भी पढ़ें: जीएसटी नंबर न लिया तो लाइसेंस रद