शिमला के रिज मैदान को बड़ा खतरा, जल प्रबंधन निगम की बढ़ी चिंता
शिमला के रिज मैदान पर आयी दरारों ने शिमला जल प्रबंधन निगम की चिंता बढ़ा दी है। ये दरारें महात्मा गांधी की प्रतिमा के ठीक आगे देखीं जा रही हैं।
शिमला, जेएनएन। रिज मैदान पर दरारें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब टैंक के ऊपर मुख्य रिज पर आई दरारों ने नगर निगम और शिमला जल प्रबंधन निगम की चिंता बढ़ा दी है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के ठीक आगे रिज पर दरारें आई हैं। इसके बिल्कुल नीचे अंग्रेजों के समय का टैंक बना है। इसमें शहर भर को सप्लाई दिए जाने वाले पानी को स्टोर किया जाता है।
टैंक के अंदर बने नौ में से चार चैंबर्स में पहले ही दरारें आ चुकी हैं। इन्हें भरने के लिए अभी तक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिज मैदान का लक्कड़ बाजार की तरफ का हिस्सा धंस चुका है। इसे बचाने का काम भी अभी शुरु नहीं हो सका है। इसके लिए आइआइटी रुड़की ने रिपोर्ट दे दी है।
लोक निर्माण विभाग ने इसका काम शुरू करना था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते न ही इसका टेंडर हो सका और न ही काम शुरू होता फिलहाल दिख रहा है। अब नई दरारें बिल्कुल टैंक के ऊपर आई हैं। फिलहाल इसका काम तो नहीं कर सकते हैं, लेकिन क्या दरार अंदर की तरफ से भी है या आगे बढ़ रही है। इसे जांचने का काम प्रशासन ने शुरू कर दिया है।
मार्क की है दरार, बढ़ने पर रखेंगे नजर : गिल
शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक धर्मेद्र गिल ने बताया कि रिज पर दरार दिखी है। टैंक के अंदर इसका क्या असर है। कहीं दरार आगे तो नहीं बढ़ रही है। इसे देखने के लिए पूरी दरार को पेंट से कलर किया है। ये बढ़ती है या नहीं, इसे देखा जाएगा। कहीं दरार महज टारिंग में ही है, इस पर भी निगम की निर्माण शाखा से सलाह मांगी है।