धुआं तो छंटा, हर माह देने पड़ रहे 800 रुपये
हर घर में रसोई गैस की सुविधा को लेकर शुरु की गई उज्जवला योजना में चूल्हे के धुंए से छुटकारा तो मिला लेकिन
राज्य ब्यूरो, शिमला : हर घर में रसोई गैस की सुविधा देने के लिए शुरू की गई केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना ने चूल्हे के धुएं से छुटकारा तो दिला दिया लेकिन 800 रुपये हर माह सिलेंडर भरवाने के लिए खच करने पड़ते हैं। जब रसोई गैस मिली तब भी जेब से 1600 रुपये देने पड़े थे। अब पता चला है कि गैस के पैसे नहीं देने पड़े रहे हैं। पहले की अपेक्षा गैस अब ली होती तो जेब ढीली नहीं करनी पड़ती। प्रदेश के जिन घरों में रसोई गैस नहीं थी उन्हें उज्ज्वला योजना के तहत यह मुहैया करवाई गई। इस योजना में प्रदेश में 96 हजार से अधिक गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
कुछ महिलाएं इस योजना को राहत देनी वाली बताती हैं, वहीं कुछ कहती हैं कि इससे अब अतिरिक्त खर्च हो रहा है। इस योजना के तहत किसी भी राज्य के लिए बजट का प्रावधान नहीं है। पहले देश में पांच करोड़ और बाद में आठ करोड़ कनेक्शन देने का प्रावधान रखा गया।
शिमला के क्यारकोटी की ममता कहती हैं कि आठ माह पूर्व उसे रसोई गैस के चूल्हे के साथ पाइप, रेगुलेटर और सिलेंडर दिया गया। इसके बदले उसे 1600 रुपये जमा करवाने पड़े। सुविधा तो हुई है लेकिन अब अतिरिक्त खर्च बढ़ गया है। इसके लिए अब ज्यादा मजदूरी कर पैसा इकट्ठा करना पड़ता है। कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र के तहत डूमी पंचायत की कांता को सांस की बीमारी है। अब गैस का चूल्हा मिलने से सांस की तकलीफ से राहत मिली है। लकड़ी से उठने वाले धुएं की समस्या से निजात मिली है। गैस के लिए 1600 रुपये जेब से देने पड़े और अब हर माह 800 रुपये पहले देने पड़ रहे हैं। सबसिडी तो बाद में बैंक खाते में आती है, लेकिन सुविधा भी है।
प्रदेश में जारी किए कनेक्शन
जिला,आवेदन,जारी कनेक्शन
बिलासपुर,11768,9802
चंबा,17916,14640
हमीरपुर,2374,1850
कांगड़ा,30169,22555
किन्नौर,224,119
कुल्लू,7833,5977
लाहुल स्पीति,192,77
मंडी,19075,14643
शिमला,4856,3582
सिरमौर,8774,6594
सोलन,14233,10068
ऊना,8645,6418
कुल 126059 96325
-------------------
प्रदेश में उज्ज्वला योजना में 96325 कनेक्शन जारी कर दिए गए हैं। गैस के चूल्हे के साथ पाइप, रेगुलेटर और सिलेंडर दिया जा रहा है। जिन लोगों को अभी गैस नहीं मिली है, उन्हें भी जल्द ही दी जाएगी। इसमें 990 रुपये चूल्हे के लिए जा रहे थे। जो लोग बहुत गरीब थे उन्हें छह सिलेंडर की रीफिल पर सबसिडी देने के बाद उनसे बिना ब्याज के पैसे रिकवर होने हैं।
रवि कुमार धीमान, प्रबंधक, ग्राहक सेवा, इंडियन ऑयल