बिना बैग के स्कूल पहुंचे बच्चे
सरकारी स्कूलों के बच्चों के चेहरे शनिवार को हर दिन के मुकाबले अधिक खिले थे। इस दिन बैग फ्री डे मनाया गया।
राज्य ब्यूरो, शिमला : सरकारी स्कूलों के बच्चों के चेहरे शनिवार को हर दिन के मुकाबले अधिक खिले हुए थे। ऐसा इसलिए था क्योंकि उनकी पीठ पर बैग का बोझ नहीं था। सुबह विद्यार्थियों के चेहरे पर खुशी के साथ इस बात को जानने की ललक भी थी कि स्कूल में आखिर क्या होगा।
मई का अंतिम शनिवार होने के कारण प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बैग फ्री डे मनाया गया। अधिकतर स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान क्विज, पेंटिंग, संास्कृतिक कार्यक्रम के अलावा दोपहर के खाने के बाद विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं करवाई गई। बैग फ्री डे की व्यवस्था प्रदेश के सभी प्राइमरी, मिडल व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में लागू हुई। शिक्षा विभाग ने हर महीने का अंतिम शनिवार बैग फ्री डे रखा है जिसकी शुरुआत 26 मई से हुई है। बैग लेकर भी स्कूल पहुंचे कुछ बच्चे
कुछ बच्चे बैग लेकर स्कूल पहुंचे जिन्हें देख शिक्षक पहले तो उन पर नाराज हुए। इस पर बच्चों ने बताया कि वे बैग में किताबें नहीं बल्कि पानी की बोतल लेकर आए हैं। वहीं, प्रदेश के कुछ स्कूलों में बैग फ्री डे के दिन भी पूरा बैग लेकर पहुंचे बच्चों को शिक्षकों ने कोई एक्टिविटी करवाने के बजाए कक्षा में सामान्य दिनों की तरह पढ़ने का काम दिया।