यातायात व्यवस्था बहाल होने पर ही खुलेंगे स्कूल
राज्य सरकार ने शिक्षा का एग्जिट प्लान तैयार कर लिया है। कर्फ्यू हटने के बाद जब प्रदेश में यातयात व्यवस्था पूरी तरह सामान्य हो जाएगी तभी स्कूलों को खोला जाएगा। स्कूलों में शारीरिक दूरी का नियम तब तक लागू होगा जब तक कोविड-19 का खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता।
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश सरकार ने शिक्षा का एग्जिट प्लान तैयार किया है। कर्फ्यू हटने के बाद प्रदेश में यातयात व्यवस्था पूरी तरह सामान्य हो जाएगी तभी स्कूल खोले जाएंगे। स्कूलों में शारीरिक दूरी का नियम तब तक लागू होगा जब तक कोविड-19 का खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं होगा। सत्र के दौरान शैक्षणिक दिवस पूरे करने के लिए स्कूलों में हर माह के दूसरे शनिवार को होने वाली छुट्टी को खत्म किया जा सकता है। सरकार शिक्षकों की ड्यूटी जनगणना व अन्य गैर शैक्षिक कार्यों में नहीं लगाएगी। स्कूलों में साल भर होने वाली गैर शैक्षिक गतिविधियां भी नहीं होगी। स्कूल को खुला रखने का समय भी बढ़ाया जा सकता है।
मंगलवार को केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंसिग में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने 'शिक्षा के एग्जिट प्लान' को साझा किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के समक्ष निजी कंपनियों द्वारा दूरदर्शन न दिखाने का मामला उठाया। केंद्रीय मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि सभी कंपनियों को इस बारे में निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। एक-दो दिन के भीतर निजी कंपनियों की डिश पर दूरदर्शन को दिखाया जाएगा ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
वोकेशनल विषयों के अंक असेसमेंट के आधार पर मिलेंगे
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड का दसवीं व जमा दो कक्षा का परीक्षा परिणाम जल्द घोषित किया जाएगा। जमा दो का भूगोल व कंप्यूटर साइंस विषय की परीक्षा करवाई जाएगी। वोकेशनल विषयों के अंक असेसमेंट के आधार पर दिए जाएंगे।
कर्फ्यू खुलने पर तय होगा शैक्षणिक कैलेंडर
शिक्षा मंत्री ने कहा कि ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में पढ़ाई पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है, क्योंकि इनका सत्र इन्हीं दिनों में शुरू होता है। प्रदेश सरकार ने छात्रों की सुविधा के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू किया है। प्रारंभिक स्तर पर 65 व उच्चतर पर 72 फीसद छात्रों तक इसकी पहुंच हुई है। कर्फ्यू खुलने के बाद शैक्षणिक कैलेंडर बदलने का प्रारूप तय किया जाएगा। कर्फ्यू जल्द खत्म होता है तो सिलेबस कम करने की बजाय स्कूलों का समय बढ़ाने के साथ छुट्टियां को कम किया जाएगा।
छुट्टियों में भी मिलेगा मिड-डे मील, 967 करोड़ मंजूर
छुट्टियों में भी बच्चों को मिड-डे मील मिलेगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 967 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कर्फ्यू के बीच मिड-डे मील बांटा गया है। अब सरकार डिपुओं के माध्यम से इसे बांटने की तैयारी कर रही है। बैठक में केंद्रीय विद्यालयों का मामला भी उठाया गया।
खतरा रहने तक प्रार्थना सभा नहीं होगी
सूत्रों के अनुसार शिक्षा विभाग शारीरिक दूरी के नियम को देखते हुए नौवीं से जमा दो कक्षा सुबह और दोपहर की शिफ्ट में शुरू करने की भी तैयारी कर रहा है। पहली से पांचवीं कक्षा को 15 मई के बाद शुरू करने का प्रस्ताव है, जबकि छठी से आठवीं कक्षा को एक दिन छोड़कर लगाने का विचार है। स्कूलों में कोविड के खतरे तक प्रार्थना सभा नहीं होगी।
हिमाचल के प्रयासों को सराहा, दूसरे राज्यों को दी नसीहत
केंद्रीय मंत्री ने शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद हर छात्र को किताबे पहुंचाने से लेकर ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने की सराहना की है। उन्होंने शिक्षा मंत्री की ओर से शिक्षकों की ड्यूटी गैर शैक्षिक कार्यों में न लगाने के सुझाव की सराहना की। उन्होंने दूसरे राज्यों को भी नसीहत दी कि वे भी अपने स्तर पर इस तरह की पहल करें ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।