ज्यूरी में ग्रामीणों को दी अधिकारों की जानकारी
अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर ज्यूरी पंचायत में सोमवार को सम्मेलन का
संवाद सूत्र, ज्यूरी : अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर ज्यूरी पंचायत में सोमवार को सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें रामपुर के एसीजेएम निखिल अग्रवाल मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने ग्रामीणों को मानव अधिकार एवं विधिक साक्षरता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यूएनओ ने 10 दिसंबर 1995 को अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। जीने का अधिकार, साफ हवा, साफ पानी, भोजन आदि के अधिकारों को इसमें शामिल किया गया है। हमारे देश के संविधान में इन सबको मौलिक अधिकार कहा गया है। समानता के अधिकार के तहत किसी के साथ धर्म, जाति, क्षेत्र नस्ल व रग के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता, जबकि आदिवासी को संविधान में अलग से संरक्षण प्रदान किया गया है। महिलाओं का आरक्षण चुनाव में 50 फीसद, मुफ्त कानूनी सहायता के पात्र, एससी एसटी जाति के सदस्य, 60 वर्ष की उम्र से अधिक व्यक्ति व महिला, 18 वर्ष कम आयु वर्ग और बीपीएल श्रेणी के लोग जिनकी आय एक लाख से कम है, को मुफ्त कानूनी सहायता का प्रावधान किया गया है। इस मौके पर पंचायत प्रधान अशोक नेगी, उप प्रधान बृज मोहन, रूप प्यारी नेगी, कृष्ण दास शर्मा, धर्म सेन मेहता, राजेंद्र कुमार, रीता, संतोष, रमेश मेहता, कृष्णा, राम कृष्ण डोगरा, बिमला ठाकुर, कमला सहित अन्य लोग उपस्थित थे।