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इटली के सूखे सेब पौधों की जांच पर फैसला अगले सप्ताह

राज्य ब्यूरो, शिमला : बागवानी मिशन के तहत इटली से मंगवाए गए सेब के पौधों की फाइल मुख्यमंत्री

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Aug 2018 09:50 PM (IST)Updated: Sat, 25 Aug 2018 09:50 PM (IST)
इटली के सूखे सेब पौधों की जांच पर फैसला अगले सप्ताह
इटली के सूखे सेब पौधों की जांच पर फैसला अगले सप्ताह

राज्य ब्यूरो, शिमला : बागवानी मिशन के तहत इटली से मंगवाए गए सेब के पौधों की फाइल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पढ़ ली है। इस फाइल पर जांच के आदेश अगले सप्ताह होंगे। सरकार सूखे सेब के पौधे मंगवाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सतर्कता जांच के आदेश दे सकती है।

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सेब के सूखे पौधे बागवानों को वितरित किए गए। प्रदेश की प्रत्येक नर्सरी में सूखे सेब के पौधे आते रहे और बागवानी प्रोजेक्ट के अधिकारी लापरवाही करते रहे। तीन साल से सेब की नई प्रजातियों के पौधे इटली से मंगवाए जा रहे हैं। 1134 करोड़ के प्रोजेक्ट में अभी तक पौधे बांटे जा रहे हैं। इस परियोजना में कंसलटेंसी में भी बड़े पैमाने में मनमर्जी से लोगों की नियुक्तियां हुई। 20 अगस्त को बागवानी विभाग के अधिकारियों के साथ प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक के बाद बागवानी मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह ने पूरा मसौदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सुपुर्द कर दिया था।

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ऐसे हुई भर्तियां

प्रोजेक्ट में ऐसे लोग भर्ती किए गए जिनका कोई अनुभव नहीं था। हमीरपुर में एक व्यक्ति डिप्लोमा प्राप्त भी नहीं था, मगर उसे सिंचाई व्यवस्था के लिए रखा गया था। एक लाख का मासिक वेतन ले रहे इस अधिकारी ने कभी बागवानों के बीच में जाने का कोई प्रयास नहीं किया। इसी तरह से प्रदेश में पचास से अधिक लोगों को उनकी योग्यता के अनुरूप रखा था। एक सौ करोड़ की कंसलटेंसी में बंदरबांट हुई। बागवानों को सलाह देने के लिए कोई भी नियुक्त व्यक्ति कंप्यूटर से दस्तावेज जुटाकर वेतन प्राप्त करता रहा।

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इटली से कब, कितने पौधे आए

वर्ष ,कितने सेब पौधे

2015-16,2,26,100

2016-17,1,53,184

2017-18,3,76,500

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जुलाई 2018 में 5,383 पौधे पनारसा पहुंचे

इस वर्ष आठ जुलाई को 5,383 सेब के पौधे पनारसा पहुंचे थे। पनारसा की जैतून विकास केंद्र किगस में 1,291 पौधे सूखे आए। इसके साथ-साथ बजौरा में वर्ष 2016-17 में 15,850 पौधे आए थे। इनमें से 7,363 सेब के पौधे सही हालत में थे और 8,487 पौधे सूखे थे। पिछले वर्ष करीब साठ हजार पौधे आए जिनमें से बीस हजार सूखे थे। मौजूदा वित्त वर्ष में करीब पैंसठ हजार पौधे आयात किए गए। जिनमें से 27 हजार सेब के पौधे सूखे पहुंचे।


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