चालकों व परिचालकों के बनने आधार आइकार्ड
शिमला शिमला में सेब सीजन को लेकर शिमला पुलिस ने कमर कस ली है। सेब सीजन में बागवानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है। इस बार सेब ढुलाई करने वाले चालकों और परिचालकों के आधार लिक आईकार्ड बनेंगे। चालक या परिचालक की पहचान न होने के कारण ट्रक गायब होने के मामले सामने आने आते रहते है।
जागरण संवाददाता, शिमला : सेब सीजन के लिए शिमला पुलिस ने कमर कस ली है। बागवानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन तैयारी कर रहा है। इस बार सेब ढुलाई करने वाले चालकों व परिचालकों के आधार लिक आइकार्ड बनेंगे। चालक व परिचालक की पहचान न होने के कारण ट्रक गायब होने के मामले सामने आने रहते हैं। ऐसे मामले रोकने के लिए ट्रक चालक का आधार लिक आइकार्ड बनाने का फैसला पुलिस ने लिया है। आढ़तियों पर नकेल कसने और इन्हें सड़क के आसपास न बैठने न देने के लिए पहले ही पुलिस ने प्लान बना रखा है।
पिछले साल करीब 150 पुलिसकर्मी सड़कों पर पहरा देते थे लेकिन इस बार 300 पुलिसकर्मी तैनात होंगे। सेब की सुरक्षा के लिए पांच बैरियर लगेंगे। इसके अलावा जाम लगने की स्थिति में मौके पर तैनात थाना प्रभारी ढुलाई करने वाले वाहनों की व्यवस्था के लिए खुद फैसला ले सकेंगे। पिछले कुछ सालों में तंबुओं पर बैठे आढ़तियों की ओर से बागवानों को ठगे जाने के कई मामले सामने आए थे। इसके चलते प्रशासन ने ऐसे कदम उठाए हैं।
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खुद फैसला ले सकेंगे थाना प्रभारी
ट्रकों की संख्या बढ़ने, लैंड स्लाइड होने से लेकर कोई भी अन्य घटना होने की स्थिति में यदि जाम लगता है या फिर कोई रास्ता बंद होता है तो थाना प्रभारी अपने स्तर पर फैसला ले सकता है। एसपी शिमला ने क्राइम बैठक में इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं।
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इस बार भी सेब सीजन की तैयारियों के लिए विशेष प्लान तैयार किया है। सभी थाना प्रभारी जाम से निपटने को फैसले लेंगे, वहीं ट्रक के कर्मचारियों के आधार लिक आईकार्ड बनेंगे।
-ओमापत्ति जंबाल, एसपी, शिमला।