22 से 27 अक्टूबर तक जिला मुख्यालयों में होगा प्रदर्शन
आगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स यूनियन संबंधित सीटू के ठियोग प्रोजेक्ट
जागरण संवाददाता, शिमला : आगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स यूनियन संबंधित सीटू के ठियोग प्रोजेक्ट की बैठक ठियोग में हुई। इसमें 150 आगनबाड़ी कर्मियों ने भाग लिया। सीटू जिला महासचिव विजेंद्र मेहरा ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की आगनबाड़ी विरोधी नीतियों के खिलाफ आंगनबाड़ी कर्मी हल्ला बोलेंगे व 22 से 27 अक्टूबर तक सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करेंगे। जिला शिमला का सम्मेलन 21 अक्टूबर को शिमला में होगा। कहा कि 10 व 11 नवंबर को आगनबाड़ी यूनियन का राज्य सम्मेलन शिमला में होगा। केंद्र सरकार लगातार जनविरोधी निर्णय ले रही है तथा आगनबाड़ी वर्कर्स के मानदेय में 1500 रुपये व हेल्परों के मानदेय में 750 रुपये बढ़ोतरी ऊंट के मुंह में जीरा डालने जैसा है। आगनबाड़ी से ली जाने वाली छह सेवाओं को खत्म करके उनके रोजगार पर हमला किया जा रहा है। आगनबाड़ी यूनियन अध्यक्ष खिमी भंडारी ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेशभर के स्कूलों में प्री नर्सरी शुरू कर रही है। इनमें एनटीटी शिक्षकों को नियुक्त कर रही है। इससे आगनबाड़ी केंद्रों के अस्तित्व पर सवाल खड़ा हो जाएगा व 38 हजार आगनबाड़ी कर्मियों के रोजगार पर हमला होगा। सरकार से माग की कि प्री नर्सरी कक्षाएं आगनबाड़ी केंद्रों में ही चलाई जाएं व आगनबाड़ी वर्कर्स को ही यह जिम्मेदारी दी जाए। हर महीने किसी भी माता अथवा बच्चे का जन्मदिन मनाने की योजना के लिए प्रति व्यक्ति मिलने वाली 250 रुपये की राशि बेहद कम है व इसे बढ़ाकर कम से कम एक हजार रुपये किया जाए। हरियाणा की तर्ज पर हिमाचल में आगनबाड़ी कर्मियों को 12 हजार रुपये वेतन दिया जाए। चेताया कि अगर आगनबाड़ी कर्मियों की मागें शीघ्र पूरी न की गईं तो आदोलन तेज होगा। बैठक में ठियोग प्रोजेक्ट अध्यक्ष आशा, महासचिव आरती, सुलोचना, गंगेश्वरी, उषा, पूनम, कौशल्या, सत्या, लता आदि ने भाग लिया।