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मतदाताओं की टोह लेने हमीरपुर आएंगे अमित शाह

हिमाचल की चारों सीटें जीतने की रणनीति बनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 28 जनवरी को एक दिवसीय दौरे के दौरान हमीरपुर में पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन में शामिल होंगे।

By Edited By: Published: Tue, 01 Jan 2019 10:08 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jan 2019 03:01 AM (IST)
मतदाताओं की टोह लेने हमीरपुर आएंगे अमित शाह

शिमला, राज्य ब्यूरो। लोकसभा चुनाव में हिमाचल की चारों सीटें जीतने की रणनीति बनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह प्रदेश के दौरे पर आएंगे। आम चुनाव में भाजपा चारों सीटों पर कब्जा बरकरार रखना चाहेगी। केंद्र में एनडीए की सरकार बनाने के लिए इस बार प्रदेश की चारों सीटें भी अंक गणित में महत्व रखेंगी। जिस तरह पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथ से तीन राज्य निकल गए, उसे देखते हुए अमित शाह का दौरा राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

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अमित शाह 28 जनवरी को एक दिवसीय दौरे के दौरान हमीरपुर में पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन में शामिल होंगे। वह पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। शाह मतदाताओं की टोह भी लेंगे। इस दौरान यह तय होगा कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी कौन होंगे। हमीरपुर संसदीय सीट से भाजपा के युवा सांसद अनुराग ठाकुर हैं। वह लोकसभा में पार्टी की ओर से कई अहम बहसों में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। विधानसभा चुनाव में हारने के बाद तीन राज्यों में जीत से विपक्षी कांग्रेस उत्साहित होकर चारों सीटें जीतने का दम भरने लगी है।

अमित शाह के दौरे को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने पुष्टि की है। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश भाजपा सरकार का एक साल पूरा होने पर धर्मशाला आकर हिमाचल को अपना दूसरा घर बताकर गए है। इससे पहले प्रदेश के दो संसदीय क्षेत्रों मंडी व शिमला के पन्ना प्रमुखों का सम्मेलन हो चुका है। मंडी संसदीय क्षेत्र के पन्ना प्रमुख सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आए थे। वह सांसद रामस्वरूप शर्मा का नाम उम्मीदवार के तौर पर घोषित कर गए थे। लेकिन पंडित सुखराम ने राजनाथ सिंह की बात को यह कहकर नकार दिया था कि इस तरह से टिकट नहीं मिलते हैं।

शिमला संसदीय क्षेत्र के पन्ना प्रमुखों का सम्मेलन सोलन में हुआ था। इसमें अमित शाह को आना था मगर अंत समय में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। हमीरपुर में पन्ना प्रमुख सम्मेलन के बाद कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र का अंतिम पन्ना प्रमुख सम्मेलन भी जल्द होगा। प्रदेश में भाजपा सरकार ने एक साल का कार्यकाल हाल ही में पूरा किया है। ऐसे में लोकसभा चुनाव में प्रदेश भाजपा सरकार को पहली परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। एक तरफ केंद्र सरकार की उपलब्धियां हैं। वहीं, प्रदेश सरकार के विकास के दावे हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव में भाजपा को क्लीनस्वीप करने की चुनौती रहेगी।


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