किसानों की अनदेखी के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन होगा
केंद्र की मोदी सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने और सरकार के विरोधस में बोलने वालों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार और प्रदेश की जयराम सरकार को किसान विरोधी करार दिया है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : केंद्र की मोदी सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। सरकार के विरोध में बोलने वालों को प्रताड़ित किया जा रहा है। केंद्र सहित हिमाचल की जयराम सरकार भी किसान विरोधी है। यह आरोप शुक्रवार को शिमला में पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लाखों किसान परिवारों के साथ धोखा किया गया है। केंद्र और हिमाचल सरकार से किसान व बागवान परेशान है। इसके खिलाफ राष्ट्र स्तर पर किसान आंदोलन छेड़ा जाएगा। राज्य सहित जिला स्तर पर भी आंदोलन किए जाएंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने सेब पर आयात शुल्क न बढ़ाकर बागवानों से धोखा किया है। इसका परिणाम है कि बागवानों को अपने सेब का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। केंद्र सरकार के तानाशाही रवैये का जो विरोध कर रहा है उस पर छापामारी करवाई जा रही है। कांग्रेस नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। मोदी सरकार के खिलाफ जो भी बोल रहा है उस पर इस तरह की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। कांग्रेस नेताओं के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई के बाद भाजपा नेताओं का भी नंबर लगने वाला है। उनके अनुसार महाराष्ट्र में महागठबंधन की स्थायी सरकार बनने वाली है। प्रदेश कांग्रेस किसान सेल
अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस किसान सेल की बैठक भी हुई। इसमें प्रदेश भर से किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित अन्य नेता मौजूद थे। कांग्रेस नेताओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार को किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ आड़ेहाथ लिया।