मार्कंडेय की सीएम को पाती, चावल सप्लाई में गड़बड़ी की जांच करवाएं
लाहुल स्पीति जिले में मिड-डे मील के चावल घोटाले के मामले में कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने जांच करवाने की मांग की है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। लाहुल स्पीति जिले में मिड-डे मील के चावल घोटाले के मामले में कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखा है। मंत्री ने अपने गृह जिला के स्कूलों में मिड-डे मील की चावल सप्लाई में गड़बड़ी की उच्च जांच एजेंसी से जांच करवाने की मांग की है। मार्कंडेय ने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों के सरकारी स्कूलों में भी ऐसी गड़बड़ी का अंदेशा है। इसलिए मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील के चावल कोटे की सप्लाई की जांच करवाएं।
लाहुल स्पीति में सामने आए चावल घोटाले के बाद शिक्षा विभाग और खाद्य आपूर्ति निगम में हड़कंप मच गया है। खाद्य आपूर्ति निगम ने लाहुल स्पीति के स्कूलों के लिए वर्ष 2014 से 2016 के दौरान चावल की सप्लाई भेजी थी। इस दौरान मिड-डे मील के 500 क्विंटल चावल लाहुल स्पीति के स्कूलों तक नहीं पहुंचे थे। हालांकि अभी यह जानकारी नहीं है कि स्पीति के स्कूलों में मिड-डे मील के लिए चावल का कितना कोटा गया था। निगम के अधिकारी इसकी जांच में जुटे हैं।
खाद्य आपूर्ति निगम शिमला के क्षेत्रीय प्रबंधक आरसी कटोच ने कहा कि लाहुल स्पीति के एसडीएस मामले की जांच कर रहे हैं। दाखिले के अनुसार चावल की मांग प्रदेश में चल रही मिड-डे मील योजना के लिए शिक्षा विभाग स्कूलों में दाखिले के अनुसार चावल की मांग भेजता है। चावल की सप्लाई फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से आती है। इसे राज्य खाद्य आपूर्ति निगम डिपुओं को सप्लाई करता है और वहां से स्कूलों तक मिड-डे मील के चावल पहुंचते हैं। इसके अलावा प्रारंभिक शिक्षा विभाग स्कूलों को कुकिंग बजट जारी करता है। इससे मिड-डे मील के लिए दालें व अन्य सामग्री खरीदी जाती है।