साहसिक खेलों का केंद्र बनेगा पहाड़ी राज्य
प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं की ऊर्जा सही दिशा में लगाने के मद्देनजर खेल नीति तैयार करेगी।
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं की ऊर्जा सही दिशा में लगाने के मद्देनजर खेल नीति तैयार करेगी। इस पर कार्य शुरू हो गया है। इनमें खासकर साहसिक खेलों को बढ़ावा मिलेगा। हिमाचल अगले वर्ष होने वाले पहले एशियन राफ्टिंग चैंपियनशिप कप की मेजबानी के लिए दावेदारी प्रस्तुत करेगा। अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान मनाली की राफ्टिंग टीम ने इस वर्ष जून में तुर्की में हुई वर्ल्ड राफ्टिंग प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इससे प्रदेश को विश्वस्तर पर पहचान मिली है।
सरकार का दावा है कि प्रदेश में साहसिक खेलों को व्यापक बढ़ावा देकर इस दिशा में नए आयाम स्थापित किए हैं। पहाड़ी राज्य ने भारत के 'एडवेंचर हब' के रूप में विश्व में अपनी पहचान बनाई है। साहसिक खेलों व साहसिक पर्यटन में नाम अर्जित करने के अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण व संबद्ध खेल संस्थान मनाली का इसमें बड़ा योगदान रहा है। इस संस्थान की स्थापना मनाली में 1961 में हुई थी।
सरकार की योजना
प्रदेश की जलवायु एवं भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए राज्य सरकार ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अनेक साहसिक गतिविधियां को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। प्रदेश पर्यटकों को मनमोहक दृश्य और अनछुए अनुभवों के साथ अविस्मरणीय साहसिक अनुभव भी उपलब्ध करवाता है। खेल प्रेमी पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग, ट्रैकिंग, पर्वतारोहण जैसी गतिविधियां का आनंद लेते हैं। राज्य सरकार ने साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तत्तापानी और लारजी बांध को जलक्रिड़ाएं शुरू करने के लिए चिह्नित किया है। पर्वतारोहण और संबद्ध खेल संस्थान मनाली को इन स्थलों पर शीघ्र आवश्यक अधोसंरचना और अन्य सुविधाएं सृजित करने का कार्य सौंपा गया है। इन स्थानों पर पर्यटकों को हाईड्रो फोलिग, वाटर स्कूटर, जेट बोट जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। मार्च में हुई थी प्रतियोगिता
साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने मार्च में अतंरराष्ट्रीय स्तर की खेल स्पर्धा का आयोजन किया। इसमें विभिन्न देशों की 40 टीमों ने ट्रैकिग, मैराथन, माउंटेन बाइकिग, राफ्टिग जैसी साहसिक खेलों में भाग लिया।