Move to Jagran APP

फर्जी डिग्री मामले में विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने नियामक आयोग कार्यालय पर जड़ा ताला

एबीवीपी की जिला कार्यकारिणी के सदस्‍यों ने शिक्षा नियामक आयोग के कार्यालय के बाहर मंगलवार को धरना प्रदर्शन किया।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 04:31 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 04:31 PM (IST)
फर्जी डिग्री मामले में विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने नियामक आयोग कार्यालय पर जड़ा ताला
फर्जी डिग्री मामले में विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने नियामक आयोग कार्यालय पर जड़ा ताला

शिमला, जेएनएन। एबीवीपी की जिला कार्यकारिणी के सदस्‍यों ने शिक्षा नियामक आयोग के कार्यालय के बाहर मंगलवार को धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान फर्जी डिग्री मामले में छात्रों के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ और आयोग की चुप्पी पर बिफरी परिषद ने आयोग के कार्यालय पर ताला लगा दिया। आयोग के लगे बोर्ड तक को निकाल दिया। जिला संयोजक सचिन में आरोप लगाया कि लंबे समय से चले आरहे डिग्रियों के फर्जीवाड़े पर आयोग चुप क्यों है। इसके विरोध में परिषद ने धरना प्रदर्शन किया।

loksabha election banner

शिक्षा के क्षेत्र में जिस प्रकार बहुत से फर्जीवाड़े सामने आ रहे है, उसमे हिमाचल प्रदेश  का नाम भी पूरे देश में खराब हो रहा है। शिक्षा कोई वस्तु नहीं जिसे बाजारों मे बेचने के लिए रखा जाए। प्रदेश के अंदर शिक्षा को बेचने का काम किया जा रहा है, उससे छात्रों में आक्रोश है। प्रदेश की निजी विश्वविद्यालयों ने विद्यार्थियों से पैसे लेकर उन्हें फर्जी डिग्रियां तैयार कर बेची हैं। ये कार्य पिछले दस सालों से धड़ल्ले और निडरता के साथ किया जा रहा है।

यूजीसी ने इन निजी विश्वविद्यालय से संबंधित पत्र 2019 को लिखा, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। प्रदेश में निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग को किसलिए बनाया गया है। क्या फर्जी डिग्री बेचने वालों को संरक्षण देने के लिए बनाया है। राज्य में निजी विश्वविद्यालयों ने अपने एजेंट के माध्यम से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, पश्चिम बंगाल सहित दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में डिग्रियां बेची हैं। डिग्री के नाम पर लाखों रुपये लिए गए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में इस प्रकार के फर्जीवाड़े का विद्यार्थी परिषद कड़े शब्दों में विरोध करता है।

अध्यक्ष पर लगाया कार्यालय से जाने का आरोप

कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जब एबीवीपी नियामक आयोग अपनी मांगें रखने पहुंचती है तो अध्यक्ष वहां से चले जाते हैं। प्रांत मंत्री राहुल राणा ने चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में इस प्रकार के फर्जीवाड़े के खिलाफ विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में नियामक आयोग और सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोल देगी। यदि समय से नियामक आयोग के अध्यक्ष को अपने पद से बर्खास्त न किया गया तो विद्यार्थी परिषद सरकार के खिलाफ भी पूरे प्रदेश में मोर्चा खोल देगी। यदि फिर भी सरकार इन फर्जीवाड़ों पर गौर नहीं करती तो विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में विधानसभा का घेराव करने से भी परहेज नहीं करेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.