स्वास्थ्य निदेशालय से कहां पहुंचता रहा सामान : सूक्खू
काग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व विधायक सुखविंदर सिंह सूक्खू ने स्वास्थ्य निदेश
जागरण संवादादाता, शिमला : काग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व विधायक सुखविंदर सिंह सूक्खू ने स्वास्थ्य निदेशक की गिरफ्तारी पर भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि पाच लाख रुपये के लेनदेन के वायरल ऑडियो ने सरकार में चल रहे भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। डॉ. एके गुप्ता तो मोहरा हैं, अगर भ्रष्टाचार के इस मामले की निष्पक्ष जाच हो तो बड़ी मछलिया जाल में फंसेंगी। शुक्रवार को जारी बयान में उन्होंने जयराम सरकार से पूछा है कि स्वास्थ्य निदेशालय से होते हुए किस-किस तक सामान पहुंचता रहा। ऑडियो में पैसे के लेनदेन को सामान कोड वर्ड दिया गया है। इससे साफ है कि सामान की डिलीवरी गुप्ता से आगे भी होती रही होगी।
उन्होंने मांग की कि ऑडियो में रिश्वत देने की बात कर रहे व्यक्ति व उसके किंगपिन का नाम भी सरकार जल्दी उजागर करे। सवाल उठाया कि अगर कोरोना काल में ही इतना भ्रष्टाचार है तो वैसे सरकार में कितना हो रहा होगा। मुख्यमंत्री कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में हुई सभी खरीद की उच्चस्तरीय जाच करवाएं। यह सार्वजनिक किया जाए कि किस खरीद के एवज में पाच लाख रुपये डॉ. गुप्ता को दिए जाने थे। इन सबके पीछे कौन हैं, सरकार में शामिल किसी बड़े व्यक्ति का तो पूरे भ्रष्टाचार के पीछे हाथ नहीं है। सूक्खू ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया है कि अगर वह स्वास्थ्य विभाग के इस भ्रष्टाचार से पूरी तरह पर्दा उठाना चाहते हैं तो हाईकोर्ट के सीटिंग जज से जाच करवाई जाए।