प्रथम व द्वितीय श्रेणी चयन प्रक्रिया में बदलाव करने वाला हिमाचल दूसरा राज्य
प्रशासनिक सेवा चयन प्रक्रिया में दो प्रकार के सुधार करने वाला हिमाचल गुजरात के बाद दूसरा राज्य बन गया है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रशासनिक सेवा चयन प्रक्रिया में दो प्रकार के सुधार करने वाला हिमाचल गुजरात के बाद दूसरा राज्य बन गया है। अब एक पद के लिए यदि एक ही उम्मीदवार है तो उसे लिखित परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। सीधे साक्षात्कार के लिए बुलाने की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। इसी तरह से पहले प्रशासनिक सेवा में चयन के लिए साक्षात्कार पर निर्भर करता था, मगर अब लिखित परीक्षा 65 फीसद और साक्षात्कार 35 फीसद अंक के आधार पर चयन आधार रहेगा।
राज्य लोक सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल डीवीएस राणा का कहना है कि प्रथम व द्वितीय श्रेणी की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए बदलाव किया गया है। पांच दशक बाद इस प्रकार का बदलाव संभव हुआ है। ऐसा करने से चयन प्रक्रिया के तहत लिखित परीक्षा प्राथमिकता का आधार रहेगी, जबकि पहले साक्षात्कार पर ही सबकुछ निर्भर करता था। इस तरह के बदलाव को आयोग ने मंजूरी प्रदान की है।
नए नियमों के चलते चिकित्सक भर्ती, सहायक आचार्य, सहआचार्य, सहायक अभियंता, कृषि विकास अधिकारी, बागवानी विकास अधिकारी के पदों के लिए प्रावधान किया गया है। पूर्व में इन पदों के लिए सर्वप्रथम स्क्रीनिग परीक्षा होती थी। स्क्रीनिग में प्राप्त अंकों का कोई आकलन नहीं होता था। एक पद के लिए तीन शीर्ष उम्मीदवारों को बुलाने की व्यवस्था थी। साक्षात्कार के दौरान किसी भी उम्मीदवार से निजी जानकारी पूछी नहीं जाएगी।
राज्य प्रशासनिक सेवा, एलाइड सेवा परीक्षा, न्यायिक सेवा, वन सेवा, नायब तहसीलदार भर्ती सेवा पर यह नियम लागू नहीं होंगे। यदि एक पद के लिए केवल एक ही आवेदन आया है तो भी लिखित परीक्षा होगी।