चीन छोड़ने वाली जापानी कंपनियों के निवेश के लिए हिमाचल तैयार
कोरोना काल के दौरान एमएसएमइ मंत्रालय के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग बैठकों में इस बारे में चर्चा लगातार हो रही है। प्रदेश सरकार जापानी कंपनियों को राज्य में निवेश के लिए उत्सुक है। सरकार शीघ्र ही इस संबंध में उपयुक्त कदम उठाएगी। यदि इस प्रकार की संभावनाएं बनती है तो सरकार राज्य में विदेशी कंपनियों को हरसंभव सुविधाएं प्रदान करेगी। दूसरे राज्यों की तुलना में हिमाचल में उद्योग मित्र वातावरण है।
-अधिकारियों को कंपनियों की सूची तैयार करने को कहा ..........
-एमएसएमआइ मंत्रालय से हो रही है उच्चस्तरीय बातचीत
-जापान ने पत्र लिखकर जताई है भारत में निवेश की इच्छा
राज्य ब्यूरो, शिमला : कोरोना संकट के बाद चीन से पलायन करने वाली जापानी कंपनियों के निवेश को हिमाचल तैयार है। प्रदेश सरकार ने अधिकारियों इस बात का पता लगाने को कहा है कि जापान किन क्षेत्रों में निवेश कर सकता है। चीन से व्यापार समेटने वाली कंपनियों की सूची भी तैयार करने को कहा है।
कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन से होने के बाद जापान ने वहां स्थापित कंपनियों को कारोबार समेटने के लिए कहा है। जापान सरकार ने पत्र लिखकर भारत में निवेश करने की इच्छा जाहिर की है। इसके तहत भारत और जापान में परस्पर संवाद शुरू हुआ है। केंद्र ने राज्यों को विदेशी निवेश के संदर्भ में अवगत करवाने के लिए कहा। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमआइ) मंत्रालय ने कई राज्यों से निवेश मामले पर जानकारी मांगी है। राज्यों के पास किस तरह की निवेश सुविधाएं उपलब्ध हैं। मंत्रालय के साथ हुई बैठकों में प्रदेश सरकार ने राज्य में निवेश संबंधी सुविधाओं की जानकारी दी है। भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने जापानी कंपनियों को अपने राज्य में निवेश करने का खुला निमंत्रण दिया है। अधिकारियों को इस दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। जापान दुनिया में इलेक्ट्रानिक उपकरणों व कारों के उत्पादन में ख्याति प्राप्त है। कई दशकों से जापानी कंपनियों ने चीन में निवेश कर रखा था, लेकिन कोरोना संकट के दोनों देशों के बीच में परिस्थितियां बदली हैं।
......
मंत्रालय के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग में इस बारे में चर्चा हो रही है। प्रदेश सरकार जापानी कंपनियों को राज्य में निवेश के लिए उत्सुक है। सरकार शीघ्र ही इस संबंध में उपयुक्त कदम उठाएगी। यदि इस प्रकार की संभावनाएं बनती है तो सरकार राज्य में विदेशी कंपनियों को हरसंभव सुविधाएं प्रदान करेगी। उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन की कमी नहीं है। सरकार ने धर्मशाला में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट से अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त किया है। जापानी कंपनियों को प्रदेश में लाने में इसका लाभ प्राप्त होगा।
-बिक्रम सिंह, उद्योग मंत्री।