मां का जन्म प्रमाणपत्र लेने इंग्लैंड से शिमला पहुंची महिला
ब्रिटिश शासनकाल के समय शिमला में पैदा हुए अपने पूर्वजों का जन्म प्रमाण पत्र लेने इंग्लैंड के कई लोग अब नगर निगम शिमला के दफ्तर में पहुंच रहे हैं। सात समंदर पार से अपनी मांग का जन्म प्रमाण लेने के लिए इंगलैड की पैम सोयर शिमला पहुंची और निगम के रिकार्ड को खंगाला। पैम सोयर की मां का जन्म शिमला में 1014 में हुआ था। पैम सोयर अपनी मां की शिमला से जुड़ी यादों को संजोकर रखना चाहती है। 106 साल बाद वह शिमला आई और निगम के रिकार्ड को खंगाला। निगम के कर्मचारियों ने 15 मिनट में उनका प्रमाण पत्र जारी कर दिया। जिसे देख इंगलैंड से आए मेहमान बेहद खुश हो गए। इंगलैड से आई पैम सोयर ने निगम के कर्मचारियों के साथ फोटो खिचवाएं और इसे अपनी यादों में संजोकर रखने की बात की।
जागरण संवाददाता, शिमला : ब्रिटिश शासनकाल के दौरान शिमला में पैदा हुए अपने पूर्वजों का जन्म प्रमाणपत्र लेने इंग्लैंड से लोग नगर निगम कार्यालय शिमला पहुंच रहे हैं। मां का जन्म प्रमाणपत्र लेने के लिए इंग्लैंड निवासी पैम सोयर शनिवार को शिमला पहुंचीं। उन्हें प्रमाणपत्र देने के लिए नगर निगम के पुराने रिकॉर्ड को खंगाला गया।
पैम सोयर की मां का जन्म शिमला में वर्ष 1914 में हुआ था। पैम मां की शिमला से जुड़ी यादों को संजोकर रखना चाहती हैं। यही कारण है कि वह शिमला पहुंचीं। नगर निगम शिमला के कर्मचारियों ने उन्हें 15 मिनट में मां का जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिया। पैम सोयर के साथ इंग्लैंड से एक और व्यक्ति आया था। ये दोनों इतनी जल्दी वर्षो पुराना प्रमाणपत्र मिलने पर खुश हो गए। वे काफी हैरान भी थे कि नगर निगम के कर्मचारियों ने 100 वर्ष से अधिक पुराना रिकॉर्ड सुरक्षित रखा है। उन्होंने निगम के कर्मचारियों के साथ फोटो खिचवाएं। पैम सोयर ने कहा कि वह इंग्लैंड से शिमला मां का प्रमाणपत्र लेने आई थीं। शिमला से जुड़ी मां की याद को वह हमेशा संजोकर रखेंगीं। पिछले साल इग्लैंड से आठ लोग आए प्रमाणपत्र लेने
इंग्लैंड से शिमला आने वाले लोग यहां नगर निगम कार्यालय से जारी होने वाले पूर्वजों के जन्म प्रमाणपत्र को यादगार के तौर पर अपने पास रखते हैं। इंग्लैंड के ऐसे कई लोग हैं जिनके पूर्वज शिमला में पैदा हुए थे। पिछले साल इग्लैंड से करीब आठ लोग पूर्वजों का जन्म प्रमाणपत्र लेने शिमला आए थे। नगर निगम के पास 1870 से रिकॉर्ड
नगर निगम शिमला के पास वर्ष 1870 से लेकर अब तक शिमला में जन्मे व मृत लोगों का रिकॉर्ड है। निगम ने इस रिकॉर्ड को सहेज कर रखा है। पुराना रिकॉर्ड होने के कारण इसे अभी डिजिटल नहीं किया जा सका है जबकि अब पूरी प्रणाली ऑनलाइन है। अब नगर निगम जन्म व मृत्यु का रिकॉर्ड कंप्यूटर में रखता है। निगम ने वर्षो पुराने रिकॉर्ड को रजिस्टर में संभाल कर रखा है।