दो निजी विश्वविद्यालयों में फर्जी डिग्री घोटाला
250 करोड़ के छात्रवृति घोटाले के बाद हिमाचल के दो निजी विश्वविद्यालयों में फर्जी डिग्री घोटाला हुआ है। छात्रों से पैसे लेकर दो निजी विश्वविद्यालयों ने फर्जी डिग्रियां तैयार कर छात्रों को बेची। करीब 4 से 5 लाख फर्जी डिग्रियां बेची गई है। एक निजी विश्वविद्यालय सोलन व दूसरा शिमला जिला में स्थित है। पिछले काफी समय से यह फर्जीवाड़ा चल रहा था।
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल में 250 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले के बाद प्रदेश के दो निजी विश्वविद्यालयों में फर्जी डिग्री घोटाला हुआ है। इन निजी विश्वविद्यालयों ने विद्यार्थियों से पैसे लेकर उन्हें फर्जी डिग्रियां तैयार कर बेचीं। करीब चार से पांच लाख फर्जी डिग्रियां बेची गई हैं। यह फर्जीवाड़ा करीब सात साल से चल रहा था।
आरोप है कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय और मानव भारती विश्वविद्यालय सोलन ने डिग्रियों में धोखाधड़ी की है। निजी विश्वविद्यालयों ने अपने एजेंट के माध्यम से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, पश्चिम बंगाल सहित दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में डिग्रियां बेची हैं। डिग्री के नाम पर लाखों रुपये लिए गए हैं। एक विश्वविद्यालय ने तो करीब चार से पांच लाख तक डिग्रियां बेचीं। दूसरे विश्वविद्यालय ने करीब 15 हजार तक डिग्रियां छापी और बेचीं।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को देशभर में फर्जी डिग्रियों से संबंधित शिकायत आई थी। इस जांच में सामने आया कि देशभर में 13 निजी विश्वविद्यालय ऐसे हैं जो फर्जी डिग्रियां बेच रहे हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने हिमाचल सरकार को पत्र लिखकर इस मामले की जांच के आदेश दिए। सरकार ने हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग को पत्र लिखकर इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। एफआइआर दर्ज करने की तैयारी
सूत्रों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने दोनों निजी विश्वविद्यालयों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। निजी विश्वविद्यालयों के जवाब से संतुष्ट न होने के बाद आयोग ने इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। आयोग ने डीजीपी को पत्र लिखकर इस मामले में एफआइआर दर्ज कर जांच करने की मांग की है। इस मामले में अब एफआइआर दर्ज करने की तैयारी है क्योंकि निजी विश्वविद्यालय फर्जी डिग्रियां बेचकर विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।
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सोलन व शिमला जिला के दो निजी विश्वविद्यालयों ने फर्जी डिग्रियां विद्यार्थियों को बांटी हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से आए पत्र के बाद इन दोनों निजी विश्वविद्यालयों को नोटिस जारी किया गया था। आयोग ने डीजीपी को पत्र लिखकर इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की है।
पूनम, सचिव, निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग