हर घर तक पहुंचेगा जल जीवन मिशन
हिमाचल प्रदेश में जल जीवन मिशन में तेजी आएगी।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में जल जीवन मिशन में तेजी आएगी। 1800 करोड़ की परियोजनाओं पर मार्च 2021 तक कार्य पूरे हो जाएंगे। मार्च माह तक पेयजल के 450 करोड़ के कार्य पूरे किए जाएंगे। इस कार्य में अधिकारियों ने लापरवाही बरती तो कड़ी कार्रवाई होगी। यह बात जल शक्ति विभाग के मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को शिमला के पीटरहॉफ में कार्यशाला में कही।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत केंद्र सरकार से प्राप्त 148 करोड़ की राशि में से 90 करोड़ की पहली किस्त खर्च की जा चुकी है। बाकी कार्य 20 फरवरी तक पूरा हो जाएगा। केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन की प्रगति में हिमाचल प्रदेश देश में अव्वल आंका गया है। इसके तहत केंद्र से अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि मिलने की संभावना है।
मंत्री ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में गर्मी के दिनों में काय पूरा हो जाएगा। काम के मामले में अधिकारी किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। मंत्री ने जल शक्ति विभाग का वार्षिक कैलेंडर का विमोचन। वहीं वर्षा जल दोहन का महत्व एवं जनमंच कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन किया। कार्यशाला में जल शक्ति विभाग के इंजीनियर इन चीफ इंजीनियर नवीन पुरी, केंद्र सरकार जल विभाग से उप सचिव रंजीता, निदेशक डब्ल्यूएसएसओ संजीव कौल समेत कई आला अधिकारी मौजूद रहे।
प्रदेश में 60 फीसद हुए पेयजल कनेक्शन
जल जीवन योजना से पहले प्रदेश में 56 फीसद घरेलू जल कनेक्शन थे। अब मिशन के कार्यान्वयन के बाद यह 60 फीसद हो गए हैं। 1066 स्कीमों के तहत करोड़ों रुपये की अनुमानित राशि को राज्य चयन समिति द्वारा मंजूरी प्रदान की है। इसका कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। मिशन के तहत 2024 तक केंद्र सरकार से प्रदेश को 3200 करोड़ की आर्थिक मदद मिलेगी। अगले वित्त वर्ष में 1800 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले से जल जीवन मिशन शुरू किया था। इसका मुख्य उद्देश्य मार्च 2024 तक हर घर को नल के माध्यम से पानी को उपलब्ध करवाना है। मिशन में देश में 3.5 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे।