शिमला के डेंटल कॉलेज में शुरू हुआ बच्चों का मुफ्त इलाज
Free Dental treatment शिमला के डेंटल कॉलेज में अब बच्चों का मुफ्त इलाज किया जाएगा दरअसल चिपचिपे खाद्य सामग्री के कारण बच्चों के दांत खराब हो रहे हैं।
शिमला, जेएनएन। आधुनिक जीवनशैली में खानपान बच्चों के दांतों को बीमार बना रहा है। बच्चों के चिपचिपे खाद्य पदार्थ खाने और फिर पर्याप्त सफाई न किए जाने के कारण दांत खराब हो रहे हैं। ऐसे बच्चों के इलाज के लिए अब शिमला के डेंटल कॉलेज में बच्चों का मुफ्त इलाज शुरू हो चुका है। अस्पताल में पहली बार बच्चों को इस तरह की सुविधा दी जा रही है। इस प्रकार की सुविधा देने वाला यह प्रदेश का पहला अस्पताल है।
कॉलेज के पीडोडॉन्टिक्स (बाल रोग) विभाग में रोजाना 60 से 70 बच्चे दांतों के दर्द की शिकायत लेकर पहुंचते हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर 65 लाख रुपये का बजट जारी किया गया है। मरीजों को यह लाभ राष्ट्रीय सुरक्षा बाल कल्याण योजना के तहत दिया जा रहा है। इसमें 18 साल से कम उम्र के बच्चों को कवर किया जाएगा। वहीं, अस्पताल में 25 प्रकार के इलाज मुफ्त किए जाएंगे। इसमें मुख्यतौर पर आरसीटी, ब्रेसिस सहित टैंपरेरी फिलिंग शामिल है। इससे यहां पहुंचने वाले लोगों को काफी राहत मिल सकेगी।
बेहतर इलाज देने का प्रयास
डॉ. आशु गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में आने वाले सभी बच्चों के नि:शुल्क इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। योजना को जल्द शुरू किया जाना है। ट्रीटमेंट करने के लिए उपकरणों सहित मटीरियल खरीदने की तैयारी चल रही है।
दिव्यांगों के लिए बनाया जा रहा डीएलआइसी
दिव्यांग बच्चों के दांतों के इलाज के लिए कॉलेज प्रशासन पीडोडॉन्टिक्स विभाग में डिस्ट्रिक्ट लेवल इंटरवेंशन सेंटर (डीएलआइसी) का निर्माण कर रहा है। सरकार ने नौ लाख का बजट जारी किया है।