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छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआइ के हाथ लगे अहम सुराग

ढाई सौ करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर सीबीआइ का कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। सूत्रों के अनुसार शिक्षा विभाग के अधीक्षक अरविद राज्टा ने सिस्टम की पूरी पोल खोल दी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Sep 2019 08:30 PM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 08:30 PM (IST)
छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआइ के हाथ लगे अहम सुराग

राज्य ब्यूरो, शिमला : ढाई सौ करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआइ के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। सूत्रों के अनुसार शिक्षा विभाग के अधीक्षक अरविद राज्टा ने सिस्टम की पूरी पोल खोल दी है। इसके आधार पर अगली कारवाई की जाएगी। जांच टीम उसके फेसबुक अकाउंट और वाट्सएप पर भी पैनी नजर रखे हुए है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि उससे मुलाकात करने कौन-कौन आता था। बताते हैं कि राज्टा ने सीबीआइ ने सभी सवालों के जवाब दिए हैं। अभी उससे और पूछताछ हो सकती है। अगर अधीक्षक के खिलाफ तथ्य सामने आए तो उसे भी आरोपित बनाया जाएगा। अभी तक वह आरोपित नहीं है। लेकिन उसके तीन ठिकानों ढली के इंद्रनगर, छकड़ैल और कोटखाई के कलबोग में दबिश दी थी। इसके अलावा उसके बैंक खातों से जुड़ा रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया है। मौजूदा सरकार ने की थी जांच की सिफारिश

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मौजूदा सरकार के मंत्रियों डॉ. रामलाल मारकंडा व डॉ. राजीव सैजल के पास छात्रों ने छात्रवृत्ति न मिलने की शिकायत की थी। मंत्रियों की पहल पर सरकार ने सीबीआइ जांच के आदेश दिए थे। घोटाला 2013 से 2017 के बीच की अवधि का है। लेकिन रिकॉर्ड इससे पुराना भी खंगाला जा रहा है। इसमें निजी शिक्षण संस्थानों की भी संलिप्तता रही है। बैंक अफसरों की संलिप्तता

सूत्रों के अनुसार घोटाले में कुछ बैंक अफसरों की भूमिका भी सामने आ रही है। उनसे रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया है। इस रिकॉर्ड को वेरीफाई किया जा रहा है। इसके आधार पर आगे की कारवाई की तैयारियां की जा रही हैं।


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