बद्दी में निजी कंपनी के ठिकाने पर सीबीआइ की दबिश से हड़कंप
बैंक फ्रॉड के मामले में सीबीआइ सोलन के बद्दी में भी जांच करने में जुटी है। आंध्रा बैंक की शिकायत के आधार पर एक निजी कंपनी के ठिकाने पर दी गई दबिश से हड़कंप मचा हुआ है। इस केस में हिमाचल समेत चंडीगढ़ मोहाली डबवाली सिरसा में भी छापेमारी की गई थी। छापे बीते दिन देर रात तक चले। अब इस दौरान कब्जे में लिए गए दस्तावेजों को जांचा जाएगा। चंडीगढ़ के फेज 2 इंडस्ट्रियल कम बिजनेस पार्क स्थित एक निजी कंपनी और उसके मालिकों व अन्यों के खिलाफ आंध्र बैक की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि ये निजी कंपनी पीइटी रेसिनप्लास्टिक की बोतलों और पीपी कैप्स के कारोबार से जुड़ी है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : बैंक से धोखाधड़ी के मामले में सीबीआइ सोलन जिला के बद्दी में भी जांच करने में जुटी है। आंध्रा बैंक की शिकायत के आधार पर बद्दी में एक निजी कंपनी के ठिकाने पर दी गई दबिश से हड़कंप मचा हुआ है। इस केस में हिमाचल समेत चंडीगढ़, मोहाली, डबवाली व सिरसा में भी दबिश दी गई थी।
मंगलवार देर रात तक चली कार्रवाई के दौरान कब्जे में लिए गए दस्तावेजों को अब जांचा जाएगा। चंडीगढ़ के फेज दो इंडस्ट्रियल कम बिजनेस पार्क स्थित एक निजी कंपनी, उसके मालिकों और अन्यों के खिलाफ आंध्रा बैंक की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि निजी कंपनी पीइटी रेसिन, प्लास्टिक की बोतलों और पीपी कैप्स के कारोबार से जुड़ी है। 23 अक्टूबर 2015 को इसकी 11 करोड़ 75 लाख रुपये की ओसीसी लिमिट को मंजूर किया गया। इसे 31 मार्च 2017 को रिन्यू किया गया था। आरोप है कि फर्म ने समय-समय पर दूसरी संबंधित फर्मो को जिनके बैंक खाते दूसरे बैंकों में थे, को फंड हस्तांतरित किया। इसकी वजह से इस राशि को बैंक की ओर से 31 मार्च 2018 को एनपीए घोषित किया गया। 31 मार्च 2018 को इस फर्म के नाम 12 करोड़ 41 लाख रुपये बतौर कर्ज चढ़ा था। इस धांधली के संबंध में सीबीआइ ने इंडस्ट्रियल कम बिजनेस पार्क फेज दो, चंडीगढ़, मनीमाजरा, मोहाली, मंडी डबवाली, सिरसा और बद्दी में दबिश दी थी।