Himachal Rains: हिमाचल में बारिश ने गिराया पारा, दो दिन भारी बारिश की चेतावनी
हिमाचल में बरसात होने से लोगों का गर्मी से तो राहत मिली है लेकिन दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है।
शिमला/धर्मशाला/चंबा, जेएनएन। बरसात ने हिमाचल में तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। बारिश के कारण गर्मी से राहत मिलने के साथ ही लोगों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को प्रदेश में सबसे अधिक बारिश शिमला जिला के खड़ापत्थर में 30 मिलीमीटर दर्ज की गई। प्रदेश के आठ जिलों में बारिश होने से तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है।
मूसलधार बारिश से मंगलवार को कांगड़ा जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कोटला के समीप त्रिलोकपुर में ट्रक फंसने से पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग-154 करीब साढ़े आठ घंटे बाधित रहा। डाडासीबा तहसील के तहत बलभाल में ट्रक फंसने से चार घंटे जाम लग गया। जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत लोक निर्माण विभाग की सड़कों को नुकसान हुआ है। साथ रक्कड़ तहसील के बंडा गांव में घरों में बारिश का पानी घुसने से लोगों को खासा नुकसान हुआ है।
वहीं, चंबा जिला के चुराह क्षेत्र में चंबा-तीसा मार्ग पर गुणुनाला के समीप भूस्खलन से करीब ढाई घंटे तक आवाजाही बंद रही। उपमंडल सलूणी के तहत भलेई पंचायत के झुटार, बासा, लमणी गांवों में मूसलधार बरसात से झुटार-बासा-लमणी 300 मीटर सड़क बह गई। माजरा गांव में दो घरों, दो घराटों व एक वेल्डिंग की दुकान को नुकसान पहुंचा। जांघी पंचायत में बारिश का पानी मलबे सहित घरों में घुस गया। जांघी स्कूल में मलबा व पानी एकत्रित हो गया। बीते माह भारी बारिश से एकत्रित हुए मलबे को न हटाने पर गुस्साए ग्रामीणों ने ढाई घंटे तक चंबा-भरमौर एनएच पर जांघी के पास चक्का जाम कर दिया। उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रशासन व पुलिस के आश्वासन के बाद मार्ग बहाल हुआ। वहीं, मंगलवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान ऊना में 32.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
नहीं उतर पाया विमान
खराब मौसम के कारण मंगलवार को कांगड़ा एयरपोर्ट पर एयर इंडिया का विमान लैंड नहीं कर पाया। विमान आसमान में चक्कर काटकर दिल्ली लौट गया।
कुल्लू में रिवर राफ्टिंग पर पाबंदी
पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश व ग्लेशियरों के पिघलने के कारण बढ़ रहे नदियों के जलस्तर को देखते हुए जिला कुल्लू में रिवर राफ्टिंग पर पाबंदी लगा दी गई है। सभी राफ्टरों को नदियों में न जाने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही आगामी 15 जुलाई से पैराग्लाइडिंग पर भी दो महीने के लिए पाबंदी लगा दी जाएगी। विभाग आगामी समय में मौसम को देखते हुए इससे संबंधित आदेश जारी करेगा।
जानकारी के मुताबिक मानसून के आने के बाद से ही ब्यास नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए जहां पर्यटकों को नदियों के किनारे न जाने के आदेश दिए गए हैं, वहीं रिवर राफ्टिंग पर भी विभाग ने रोक लगा दी है। जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने बताया कि मौसम को देखते हुए रिवर राफ्टिंग बंद करवाई गई है।
11 व 12 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 11, 12 व 13 जुलाई को प्रदेश के कई जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। लोगों को सचेत रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने 11 जुलाई को प्रदेश के पांच जिलों बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर में जबकि 12 जुलाई को आठ जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, सोलन, सिरमौर और शिमला में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने 15 जुलाई तक प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
कहां कितना रहा तापमान
स्थान न्यूनतम अधिकतम
शिमला 17.2 23.4
सुंदरनगर 23.5 28.9
भुंतर 21.2 30.6
कल्पा 14.2 21.4
धर्मशाला 20.4 30.6
ऊना 21.8 32.2
नाहन 17.7 25.6
केलंग 11.4 20.7
सोलन 20.6 27.5
कांगड़ा 22.1 30.2
बिलासपुर 24.5 30.8
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)