आइजीएमसी में सस्ती दर पर शुरू होंगे 22 टेस्ट
आईजीएमसी में सस्ती दरों पर मरीज टेस्ट करवा सकें इसके लिए 25 नए टेस्ट शुरू करने की तैयारी है। वीरवार को होने वाली गर्वनिग काउंसिल की बैठक इस पर मुहर लगनी है।
तारा चंद शर्मा, शिमला
हिमाचल के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्तपाल (आइजीएमसी) शिमला में सस्ती दर पर मरीज टेस्ट करवा सकेंगे। इसके लिए 22 से ज्यादा नए टेस्ट शुरू करने की तैयारी है। वीरवार को होने वाली अस्पताल की गवर्निग काउंसिल की बैठक में इस मामले पर मुहर लगनी है। अभी तक ये टेस्ट मरीजों को एसएलआर या निजी लैब में करवाने पड़ते थे।
आइजीएमसी की लैब में पहले इन टेस्ट की सुविधा नहीं थी। इस कारण मरीजों से निजी लैब में टेस्ट के लिए हजारों रुपये वसूले जाते थे। कई बार मरीजों के पास टेस्ट करवाने के पैसे न होने से उन्हें बिना इलाज के रहना पड़ता था। इस समस्या को देखते हुए आइजीएमसी प्रशासन ने अपनी लैब में इन टेस्टों को शुरू करने का निर्णय लिया। आइजीएमसी में इन टेस्ट की सुविधा 250 से 900 रुपये में मिल सकेगी। रोगी कल्याण समिति (आरकेएस) के माध्यम से ये टेस्ट शुरू किए जाएंगे। आरकेएस की बैठक में यह प्रस्ताव पास हो गया है जिसे वीरवार को होने वाली गवर्निग काउंसिल की बैठक में जाया जाएगा। अतिरिक्त प्रधान सचिव स्वास्थ्य भी बैठक में मौजूद रहेंगे।। आइजीएमसी में इन टेस्ट की मिलेगी सुविधा
टेस्ट,दाम
मीजल वायरस,220
बैस्ट निले वायरस 280
बर्सिला जोस्टर वायरस 220
पर्वो वायरस,330
एप्सीटायन बार वायरस,220
हैपेटाइटिस डेल्टा वायरस,330
रूबेला वायरस,220
साईटोमगोलो वायरस,220
हरपस सिपलैक्स वायरस,220
हैपेटाइटिस सी,170
ब्रुसेला,170
लैप्टोसिप्रा,170
टोक्सोप्लाजमा,170
स्क्रब टायफस,330
जापानी बुखार,940
चिकनगुनिया,110
डेंगू,110
हैपेटाइटिस ए व ई,220
रोटा वायरस,170
हैपेटाइटिस बी वायरस डीएनए क्वांटेटिव,2200
हैपेटाइटिस सी वायरस डीएनए क्वांटेटिव, 3000
हैपेटाइटिस सी वायरस जीनो टाइपिग,3300 24 घंटे कीमोथैरेपी शुरू करने की तैयारी
आइजीएमसी में कैंसर रोगियों के लिए 24 घंटे कीमोथैरेपी शुरू करने के लिए रेडियोग्राफी विभाग में रिक्त पदों को भरा जाएगा। प्रधान सचिव स्वास्थ्य के साथ गवर्निग काउंसिल की बैठक में इस प्रस्ताव पर भी मुहर लगेगी। अभी तक कैंसर अस्पताल के रेडियोग्राफी विभाग में खाली पदों के कारण कीमोथैरेपी में दिक्कतें आ रही हैं। इस कारण लोगों को कीमोथैरेपी के लिए लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता है। कई बार दूरदराज के क्षेत्रों से आए मरीजों का नंबर भी नहीं लग पाता है। यदि पद भरे जाएं तो यह सुविधा 24 घंटे शुरू की जा सकती है। गवर्निग काउंसिल की बैठक वीरवार को होगी। बैठक में मरीजों की सुविधा के मद्देनजर कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
डॉ. जनक राज, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, आइजीएमसी शिमला