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बंदरों के निर्यात से प्रतिबंध हटाया जाए : अनुराग

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में खेतीबाड़ी उजाड़ने के बाद लोगों पर बढ़ रहे बंदरों के हमले का म

By Edited By: Published: Wed, 26 Nov 2014 01:46 AM (IST)Updated: Wed, 26 Nov 2014 01:46 AM (IST)

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में खेतीबाड़ी उजाड़ने के बाद लोगों पर बढ़ रहे बंदरों के हमले का मामला मंगलवार को लोकसभा में भी गूंजा। हमीरपुर के सासद एवं आइटी कमेटी के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर सदन में कहा कि हिमाचल में बंदरों की समस्या गंभीर हो गई है। लंबे से निर्यात पर लगे प्रतिबंध से प्रदेश में लगातार बंदरों की संख्या बढ़ती जा रही है। हिमाचल को लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कानून में बदलाव लाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने केंद्र सरकार से जल्द कानून में बदलाव लाने का भी आग्रह किया।

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अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के किसान बंदरों के बढ़ते आतंक की वजह से आज खेतीबाड़ी छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। इससे किसान परिवारों को अपनी आजीविका चलाना मुश्किल हो गया है। अगर प्रदेश में कृषि व बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देना है तो बंदरों के निर्यात पर लगे प्रतिबंध तो जल्द हटाए जाने की जरूरत है, ताकि अन्य देशों में अनुसंधान के लिए बंदरों का निर्यात हो सके और प्रदेशवासियों को भी राहत मिल सके। अनुराग ने कहा कि प्रदेश में आने वाले पर्यटक भी बंदरों को खाने के लिए ब्रेड, केले व चिप्स आदि देते हैं, जिससे बंदर जंगलों से बाहर निकलकर गावों, घरों और सड़कों पर आ गए हैं, जो कि अब किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बंदर घरों में घुसकर रोटी तक उठाकर ले जा रहे हैं, रसोई में उत्पात मचाते है व स्कूलों से जाने वाले बच्चों पर भी हमला कर रहे हैं। इससे बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया है। अनुराग ठाकुर ने पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडे़कर से आग्रह किया कि कानून में जल्द आवश्यक बदलाव कर प्रदेशवासियों को बंदरों के आतंक से राहत दिलाएं।


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