टक्कर के बाद मौके से हटाया गया था डीएसपी करसोग का वाहन
पिछले माह डीएसपी करसोग की जीप व स्कूटी की करसोग-चैलचौक मार्ग पर रतेड में हुई टक्कर मामले में पीजीआई में उपचार से लौटे युवक ने गोहर पुलिस पर गलत एफआईआर करने व साक्ष्य से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस मुख्यालय शिमला व उच्च न्यायलय से मामले की जांच करने की मांग की थी। इस पर पुलिस महानिदेशक ने मंडी जिला मुख्यालय के उच्च अधिकारियों को
सहयोगी, सुंदरनगर : पिछले माह डीएसपी करसोग की जीप व स्कूटी की करसोग-चैलचौक मार्ग पर रतेड़ में हुई टक्कर मामले में पीजीआइ में उपचार से लौटे युवक भास्कर ने गोहर पुलिस पर गलत एफआइआर करने व साक्ष्य से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस मुख्यालय शिमला व उच्च न्यायलय से मामले की जांच करने की मांग की थी। इस पर पुलिस महानिदेशक ने मंडी जिला मुख्यालय के उच्च अधिकारियों को मामले की जांच के निर्देश दिए थे। मामले की जांच एएसपी मंडी द्वारा की गई और एसपी मंडी ने जाच रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंप दी है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि डीएसपी करसोग अरुण मोदी के वाहन एचपी 33ई- 2531 की स्कूटी से टक्कर बाद पुलिस वाहन को घटनास्थल से हटाया गया था और उसे गोहर भी ले जाया गया था। वहीं जांच में यह भी उल्लेख किया गया है कि दोनों घायलों को निजी वाहन द्वारा गोहर अस्पताल पहुंचाया गया था और घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए पुलिस वाहन को ढांक से पीछे ले जाकर खड़ा किया गया था। गत माह करसोग-चैलचौक मार्ग पर डीएसपी करसोग के वाहन व स्कूटी में टक्कर हो गई थी। इसमें स्कूटी स्वार दो लोग घायल हो गए थे। वहीं पुलिस द्वारा स्कूटी चालक पर मामला दर्ज किया था। परिजनों व स्कूटी चालक ने आरोप लगाया था कि गलती पुलिस वाहन की थी जो तेज गति से आया और उन्हें टक्कर मार दी और वाहन को घटनास्थल पर दोबारा स्थापित किया गया। पीड़ित युवक भास्कर का कहना है कि गोहर पुलिस ने गलत एफआइआर दर्ज की है इसके खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज करवाऊंगा।