मंडी में भरे जाएंगे शिक्षकों के 176 पद
मंडी जिला में शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूलों को जल्द शिक्षक मिलेंगे। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने खाली पड़े शिक्षकों के पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जेबीटी से लेकर सीएंडवी के सभी वर्गों के 176 पद भरे जाएंगे। विभाग ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली है। इसी माह साक्षात्कार आयोजित कर पद भरने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इससे अध्यापक वर्ग के साथ साथ विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। जिला में सबसे ज्यादा जेबीटी के 159 पद भरे जाएंगे। ये सभी पद बैचवाइज भर्ती के तहत भरे जाएंगे।
संवाद सहयोगी, मंडी : मंडी जिला में शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूलों को जल्द शिक्षक मिलेंगे। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जेबीटी से लेकर सीएंडवी के सभी वर्गों के 176 पद भरे जाएंगे। इसी माह साक्षात्कार आयोजित कर पद भरने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इससे अध्यापक वर्ग के साथ-साथ विद्यार्थियों को राहत मिलेगी।
जिला में सबसे ज्यादा जेबीटी के 159 पद भरे जाएंगे। ये सभी पद बैच आधार पर भर्ती के तहत भरे जाएंगे। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है। 15 दिन के भीतर जेबीटी के पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं शारीरिक शिक्षकों (पीईटी) के 14 पद कमीशन से भरे जाएंगे। इन पदों के लिए प्रारंभिक शिक्षा विभाग को नौ नवंबर को शिक्षा निदेशालय से लैटर जारी हुआ है। अब दो दिन के भीतर इन पदों को भरने के लिए पहले समाचार पत्रों के माध्यम से अधिसूचना जारी की जाएगी। इसके बाद साक्षात्कार की तिथि निर्धारित की जाएगी और भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके अलावा सीएंडवी शिक्षकों के तीन पद भरे जाने हैं। ये पद शारीरिक रूप से अक्षम वर्ग कोटे के तहत भरे जाएंगे। इसमें एक पद ओटी, एक कला अध्यापक व एक भाषा अध्यापक का भरा जाएगा। ये पद उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर की स्वीकृति के बाद भरे जाएंगे। पदों पर भर्ती के लिए शिक्षा विभाग ने उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर को फाइल भेजी है। जैसे ही अप्रूवल मिलेगी उसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जिले के स्कूलों में शिक्षकों के सैकड़ों पद खाली पड़े हुए हैं। कई स्कूल तो एक एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं। इससे जहां विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, वहीं दूसरे स्कूलों से शिक्षकों को डेपुटेशन पर भेजने से संबंधित स्कूलों के विद्यार्थी भी शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं, लेकिन अब 176 पद भरने से स्कूलों को कुछ हद तक राहत मिलेगी।