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घर-घर बलगम जांच में 52 टीबी के नए मामले

मंडी में क्षय रोग (टीबी) थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले में टीबी के 52 नए मामले सामने आए हैं। घर-घर बलगम जांच के दौरान इन मरीजों की पहचान हुई है। लगातार टीबी के नए मामले सामने आने से लोगों में दहशत का माहौल है। विभाग ने सभी मरीजों को दवाई शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री क्षय रोग

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 07:38 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 07:38 PM (IST)
घर-घर बलगम जांच में 52 टीबी के नए मामले
घर-घर बलगम जांच में 52 टीबी के नए मामले

संवाद सहयोगी, मंडी : मंडी में क्षय रोग (टीबी) थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले में टीबी के 52 नए मामले सामने आए हैं। घर-घर बलगम जांच अभियान के दौरान इन मरीजों की पहचान हुई है। लगातार टीबी के नए मामले सामने आने से लोगों में दहशत का माहौल है। विभाग ने सभी मरीजों को दवाई शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना के तहत पहली से 15 जनवरी तक जिलाभर में अभियान चलाया। अभियान के दौरान घर-घर जाकर टीबी के मरीजों की पहचान की गई। इस दौरान तीन लाख 14 हजार 773 लोगों की मै¨पग की गई। इनमें दो लाख 69 हजार 70 मरीजों की जांच की गई और 4499 लोगों के बलगम के सैंपल जांच के लिए लिए गए। इनमें 52 लोग बीमारी से ग्रसित पाए गए। यह सभी मामले 14 जनवरी तक के हैं। 15 जनवरी की रिपोर्ट विभाग के पास नहीं पहुंची है। ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। अभियान के दौरान अस्पतालों में जहां मरीजों की स्क्री¨नग हुई, वहीं सीबीनेट के माध्यम से भी ऐसे मामलों की पहचान की गई। इससे पहले जिले में अक्टूबर 2018 में चलाए गए अभियान के दौरान जहां टीबी के नौ मरीजों की पहचान हुई थी, वहीं पहली से 15 जून 2018 तक चले 15 दिन के अभियान के दौरान 23 मामले सामने आए थे। इस बार 52 मरीज बीमारी से ग्रसित पाए गए। मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इससे सरकार का टीबीमुक्त हिमाचल अभियान सिरे चढ़ने से पहले फेल होता नजर आ रहा है। सरकार ने 2022 तक हिमाचल को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इसके चलते पूरे प्रदेश में घर-घर टीबी मरीजों की पहचान के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

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घर-घर टीबी जांच अभियान के दौरान 52 मरीजों की पहचान हुई है। इनमें 15 जनवरी तक चलाए गए अभियान के केस शामिल नहीं है। बीमारी से ग्रसित मरीजों को विभाग की ओर से दवाइयां शुरू कर दी गई है।

-डॉ. अ¨रदम रॉय, जिला क्षय रोग अधिकारी।

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जिले में घर-घर जाकर टीबी के मरीजों की पहचान की जा रही है। इसके लिए जिला में अभियान चलाया गया था। अस्पतालों में टीबी मरीजों की निशुल्क जांच की जाती है।

-डॉ. जीवानंद चौहान, सीएमओ मंडी।

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प्रदेश सुपरवाइजर ने की अभियान की मॉनीट¨रग

जिले में पहली से 15 जनवरी तक चलाए गए टीबी अभियान की मॉनीट¨रग भी की गई। इसके लिए 12 से 14 जनवरी तक क्षय रोग के प्रदेश सुपरवाइजर मंडी पहुंची और उन्होंने जिला में अभियान की मॉनीट¨रग की। इस दौरान अभियान के सफल संचालन के लिए जिला टीम की सराहना की।


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