अनिल शर्मा बोले, ऐसी राजनीति मेरे बस की नहीं, अब भविष्य भाजपा हाईकमान पर निर्भर
Anil sharma says dont like this politics प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री अनिल शर्मा ने कहा ऐसी राजनीति मेरे बस की नहीं है।
मंडी, जेएनएन। पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री पंडित सुखराम व उनके बड़े पोते आश्रय शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने के बाद प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री अनिल शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। सुखराम के पुत्र अनिल शर्मा ने कहा ऐसी राजनीति मेरे बस की नहीं है। मेरे भविष्य का फैसला अब भाजपा हाईकमान पर निर्भर है। दादा व पोते ने पहल की, इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है। मेरा कोई राजनीतिक करियर नहीं था। मैं न पक्ष में प्रचार करूंगा न विपक्ष में। भाजपा ने इस्तीफा मांगा तो दे दूंगा।
ताजा घटनाक्रम को लेकर अनिल शर्मा ने सोमवार सुबह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से परिधि गृह मंडी में भेंट की थी। उन्हें मौजूद राजनीतिक घटनाक्रम से अवगत करवाया। अनिल शर्मा ने मुख्यमंत्री को बताया बाप व बेटे के इस कदम से वह धर्मसंकट में पड़ गए हैं। अनिल शर्मा 2017 में विधानसभा चुनावों की घोषणा होने के बाद वीरभद्र मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हुए थे। अनिल को भाजपा में शामिल करने में पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल, पंडित सुखराम व आश्रय शर्मा की अहम भूमिका रही थी। सजायाफ्ता होने की वजह से भाजपा ने सुखराम को पार्टी की सदस्यता नहीं दी थी।
सिर्फ अनिल शर्मा ने ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। आश्रय शर्मा व पंडित सुखराम टिकट को लेकर कई माह से हायतौबा मचा रहे थे। दोनों ने कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाल रखा था।
अनिल शर्मा यदि मंत्री पद से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देंगे तो तुरंत स्वीकार कर लिया जाएगा। -जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश।