बिलासपुर के युवक की मौत मामले में उठे सवाल
जागरण संवाददाता मंडी बिलासपुर जिले के एक युवक की मौत मामले में लोगों ने सवाल उठाने शुरू
जागरण संवाददाता, मंडी : बिलासपुर जिले के एक युवक की मौत मामले में लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। वीडियो को क्यों मृत्युकालिक कथन नहीं माना जा रहा है इस पर मंडी पुलिस घिरती नजर आ रही है। पुलिस युवक के स्वजनों के बयान का हवाला देकर जिम्मेदारी से पल्लू झाड़ रही है।
युवक ने वीडियो में अपनी जान को कुछ लोगों से खतरा बताया था। आत्महत्या करने से पहले सोशल मीडिया पर लाइव कर उनके नाम भी बताए थे, जिनसे उसकी जान को खतरा था। युवक बुधवार रात अपनी गाड़ी लेकर बिलासपुर से पद्धर पहुंच गया था। वहां एक गांव में जाकर जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था। उसके स्वजनों ने पुलिस को बताया था कि वह कई दिन से मानसिक रूप से परेशान था। अपनी जान को खतरा बता किसी का नाम ले लेता था। हालांकि वीडियो को देख यह बात साफ है कि युवक को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था। स्वजनों की तरफ से उसके मनोरोग बीमारी से संबंधित उपचार की कोई जानकारी पुलिस को नहीं दी है।
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वीडियो मृत्युकालिक कथन है। कानूनी तौर पर एक पुख्ता सुबूत है। इसके आधार पर उन लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला बनता है, जिनके नाम वीडियो में लिए गए हैं।
-बीआर कौंडल, अधिवक्ता एवं सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी।
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स्वजनों ने किसी पर शक नहीं जताया है। ऐसे में पुलिस कुछ नहीं कर सकती है।
-गुरदेव शर्मा, पुलिस अधीक्षक मंडी।