पांच मजदूरों के हवाले 20 किलोमीटर
मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग में सफर कर रहे हैं तो कृप्या संभल कर चलें। अपनी सुरक्षा के आप स्वयं जिम्मेवार हैं। मार्ग की दुर्दशा कभी भी जानमाल पर भारी पड़ सकती है। हालत यह है कि मार्ग में जोगेंद्रनगर से लेकर मंडी तक सड़क के बाहर के बर्म पूरी तरह से खराब हो गए हैं। बदहाल मार्ग की रखवाली के लिए एनएच प्राधिकरण ने मजदूर लगा रखे हैं। एक अनुभाग में पांच मजदूर बीस किलोमीटर सड़क की मरम्मत कर रहे हैं। यानी चार किलोमीटर सड़क एक मजदूर के हिस्से आ रही है। अब अंदाजा लगाया जा सकता है कि बदहाल मार्ग को दरुस्त करने का कार्य कितनी प्रगति पर होगा। एनएच को फोरलेन बनाए जाने की सुगबुगाहट के बीच मार्ग एनएच
-न टिपर न मशीनरी तैनात, कैसे दुरुस्त होगा मंडी-पठानकोट एनएच
-ग्रामीण बोले, जल्द ठीक नहीं हुए बर्म तो खटखटाएंगे कोर्ट का दरवाजा
आशीष भोज, पद्धर
मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग में सफर कर रहे हैं तो संभल कर चलें। अपनी सुरक्षा के लिए आप खुद तैयार रहे। मार्ग की दुर्दशा कभी भी जानमाल पर भारी पड़ सकती है। हालत यह है कि मार्ग में जोगेंद्रनगर से लेकर मंडी तक सड़क के बाहर के बर्म पूरी तरह से खराब हो गए हैं। बदहाल मार्ग की रखवाली के लिए एनएच प्राधिकरण ने मजदूर लगा रखे हैं। एक अनुभाग में पांच मजदूर बीस किलोमीटर सड़क की मरम्मत कर रहे हैं। यानी चार किलोमीटर सड़क एक मजदूर के हिस्से आ रही है। अब अंदाजा लगाया जा सकता है कि बदहाल मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य कितनी प्रगति पर होगा। एनएच को फोरलेन बनाए जाने की सुगबुगाहट के बीच मार्ग एनएचएआइ के अधीन हो गया था। एनएच मंडल जोगेंद्रनगर के तहत कुछ किलोमीटर सड़क थी। जबकि पूरी सड़क की देखरेख एनएचएआइ के अधीन हो गई थी, लेकिन सड़क के दोनों किनारों में क्षतिग्रस्त हो चुके बर्म की फिलिग को लेकर कोई दिलचस्पी नही दिखा रहा है। मशीन और टिप्पर नहीं कर रहे कार्य
सब डिवीजन गुम्मा के गुम्मा अनुभाग में बीस किलोमीटर सड़क पांच मजदूर देख रहे हैं। बजट का कोई प्रावधान न होने से कोई जेसीबी मशीन और टिपर आदि काम नही कर रहे हैं। दूसरा सड़क के किनारे मिट्टी पत्थर का कोई साधन नहीं है। मजदूर सड़क के खराब बर्म भरें तो कैसे? ऐसे में मजदूर दिन भर दूर-दूर से मिट्टी पत्थर का जुगाड़ कर कार्य को अंजाम दे रहे हैं। युवाओं ने जताया रोष
क्षेत्र के युवाओं में इस तरह की अनदेखी को लेकर कड़ा आक्रोश है। युवाओं में हितेंद्र सिंह चंदेल, अनन्त राम, ठाकुर सिंह, योगेश कुमार, निखिल चंदेल, अक्षय, लोकपाल, विनय कुमार और विशाल ने कहा कि कोटरोपी घटनास्थल से गटका ले जाकर खराब बर्म की फिलिग कर शीघ्र मार्ग को सही ढंग से दुरुस्त करने की कवायद शुरू की जाए। अन्यथा मामला न्यायपालिका के समक्ष उठाया जाएगा। खराब बर्म की फिलिग का कार्य चल रहा है। स्थिति पर पूरी नजर है।
सतीश नाग, टेक्निकल एडवाइ•ार एनएचएआइ।