भलींगी हादसे ने छीन लिया मां-बाप से जीने का सहारा
जिस नन्हीं जिदगी के आने की तैयारी परिवार कर रहा था उसी की जांच के लिए गई दीपिका भलींगी कार हादसे का शिकार हो गई। उसी के उसी के साथ नन्हीं जिदगी भी चिता की अग्नि में राख हो गई। इस हादसे में दीपिका सहित उनके पति कुलदीप और चालक जयदेव की मौत हो गई थी। तीनों की चिताएं एक साथ जली। कुलदीप अपनी
केएनएच अस्पताल शिमला में जांच करवाकर लौट रहे कुलदीप, दीपिका व जयदेव की मौत सहयोगी, करसोग : जिस नन्हीं जिदगी के आने की तैयारी परिवार कर रहा था, उसी की जांच के लिए गई दीपिका भलींगी कार हादसे का शिकार हो गई। उसी के उसी के साथ नन्हीं जिदगी भी चिता की अग्नि में राख हो गई। हादसे में दीपिका सहित उनके पति कुलदीप और चालक जयदेव की भी मौत हो गई थी। तीनों की चिताएं एक साथ जली। कुलदीप अपनी आठ माह की गर्भवती पत्नी दीपिका की जांच के बाद केएनएच अस्पताल शिमला से लौट रहा था।
कुलदीप की शादी के तीन साल बाद परिवार में खुशियां आनी थी, लेकिन कुलदीप के माता-पिता और उसके दादा-दादी अपने नन्हें बच्चे के इंतजार में थे, लेकिन दीपिका और कुलदीप की मौत के साथ ही यह खुशी भी उनसे छीन गई। कुलदीप के पिता घनश्याम शर्मा ओर माता के अलावा उसके दादा-दादी भी घर में इस खुशी के आने के इंतजार कर रहे थे। पंचायत प्रधान बताते हैं कि दीपिका अपने अपने सास-ससुर के साथ-साथ दादी सास व ससुर का भी पूरा ख्याल रखती थी। केएनएच से वापस लौटते वक्त भलींगी मोड़ पर परिवार की सारी खुशियां कार के साथ ही खाई में समा गई। मंगलवार को हुए हादसे के बाद जयदेव, कुलदीप और दीपिका के शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिए गए। तीनों का अंतिम संस्कार शील पंचायत के श्मशानघाट में किया गया।